उत्तर कोरिया से पैसिफिक क्षेत्र में हायड्रोजन बम के परिक्षण की धमकी

वॉशिंगटन /प्योंगगैंग: संयुक्त राष्ट्रसंघ के अपने भाषण मे अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया तबाह करने की धमकी देने के बाद, उसके भयानक प्रभाव दिखाई दे रहा है। उत्तर कोरिया के हुकुमशाह किम जोंग-उन ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष को उत्तर देते हुए ‘मेरा और मेरे देश का जागतिक समुदाय के सामने किया अपमान यह भयंकर युद्ध की घोषणा है, ऐसी सूचना दी है। उत्तर कोरिया के विदेशमंत्रियों ने पैसेफिक क्षेत्र में हाइड्रोजन बम के परीक्षण की धमकी देकर वहां का वातावरण अधिक विस्फोटक बनाया है।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के भाषण में उत्तर कोरिया को तबाह करने की धमकी दी थी। तथा हुकुमशाह किम जोंग-उन का उल्लेख रॉकेटमन ऐसा करके ट्रम्प ने उनका मजाक उड़ाया था। तथा ‘उत्तर कोरिया के हुकुमशाह की अब तक किसी ने नहीं ली ऐसी कसौटी ली जाएगी’ ऐसा ट्रम्प ने कहा था। इस पर क्रोधित हुए उत्तर कोरिया के हुकुमशाह ने ट्रम्प की यह हिन स्तर की टीका होने की बात कही थी। उसके बाद ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के हुकुमशाह को पागल इंसान संबोधित किया है। ‘मेरा और मेरे उत्तर कोरिया का अपमान यह भयंकर युद्ध की घोषणा है, यह कहते किम जोंग-उन ने उनके विरोध में तीव्र प्रतिक्रिया दी है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री रि यौंग हो ने पैसेफिक क्षेत्र में हाइड्रोजन बम का परीक्षण करके अमरिका को प्रतिउत्तर दिया जाएगा, ऐसी धमकी दी है।

इस धमकी की वजह से अमरिका एवं उत्तर कोरिया के बीच संघर्ष अधिक भीषण रूप धारण कर रहा है, यह डर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यक्त किया जा रहा है। अमरिका ने उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध जारी करने के बाद मिसाइल परीक्षण द्वारा उत्तर कोरिया ने उन्हें जवाब दिया था। तथा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इन प्रतिबंधों के बाद उत्तर कोरिया को तबाह करने की धमकी संयुक्त राष्ट्रसंघ के भाषण में दी थी। उसके बाद उत्तर कोरिया ने चुना यह मार्ग योग्य है, यह सिद्ध करने का दावा किंग जोंग-उन ने किया है। उसकी वजह से कोरियन क्षेत्र में विस्फोटक परिस्थिति निर्माण हुई है, जिस पर दुनिया भर के प्रमुख देशों ने चिंता व्यक्त की है।

रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हारोव्ह ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष एवं उत्तर कोरिया के हुकुमशाह के बीच विवाद ‘बच्चों के झगड़ा’ होने की बात सुनाई है। इस बारे में कहते हुए सर्जेई लैव्हारोव्ह ने उत्तर कोरिया की कारवाईयों को स्थिर रूप से देखना असंभव होने की बात कहते, उस देश पर टीका की है। साथ ही कोरियन क्षेत्र को युद्ध की खाई में धकेल ने के लिए अमरिका की कारवाई का समर्थन नहीं कर सकते यह कहते लैव्हारोव्ह ने अमरिका पर टीका की है। कोई स्थिर यूरोपियन देश इस मामले में मध्यस्थ की भूमिका कर सकता है, ऐसा कहते रशियन विदेशमंत्री ने उत्तर कोरिया की समस्या चर्चा द्वारा सुलझाने की मांग की है।

दौरान, चीन ने उत्तर कोरिया का प्रश्न समझौते से सुलझाने का आवाहन किया है। तथा चीन ने उत्तर कोरिया के भड़काऊ परीक्षण पर नाराजगी व्यक्त करके, इस देश को किए जाने वाले ईंधन आपूर्ति में कटौती की है।

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