हम परमाणु बम खाएं क्या? – पाकिस्तान की सरकार से जनता का सवाल

इस्लामाबाद – पाकिस्तान के लिए मित्रदेशों के सामने हाथ फैलाते समय हम शर्मिंदा हैं, ऐसा बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने बड़ी बेबसी से किया। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंड़ार पांच अरब डॉलर्स तक फिसला है। और अब कुछ ही दिनों तक आयात संभव हो पाएगा। ऐसी स्थिति में सौदी अरब और यूएई जैसे मित्रदेशों के दौरे करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेनाप्रमुख सहायता के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने हम मित्रदेशों से भीख मांग रहे हैं, ऐसा कहकर अफसोस जताया। लेकिन, अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है, यह भी शरीफ ने कहा।

परमाणु बमपाकिस्तान में अनाज के लिए मारपीट शुरू हुई है और इसमें कुछ लोगों के हताहत होने की खबरें प्रसिद्ध हुई हैं। रियायती दाम पर मिल रहा आटा पाने के लिए कई घंटे कतार में खड़े रहकर पाकिस्तानी जनता परेशान हो चुकी है और भूखमरी का भयंकर संकट इस देश पर आन पडा है। पाकिस्तान में परमाणु बम है, लेकिन क्या हमें यह खाना है? ऐसा सवाल एक गुस्सा हुए नागरिक ने किया। अपने देश के शासक हमारे पास परमाणु बम होने की बात बड़े गर्व से कहते हैं। लेकिन, जनता का पेट भरता नहीं है तो इसका उपयोग ही क्या? ऐसा सवाल इस नागरिक ने माध्यमों से पूछा। इसी बीच सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कुछ नेटकरों ने पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फिकार अली भुट्टो के बयानों की याद दिलाई।

ज़रूरत पड़ने पर हम घास खाकर दिन बिताएंगे या भूखे भी रहेंगे, लेकिन परमाणु बम पाए बिना पाकिस्तान शांत नहीं रहेगा, ऐसी दहाड भुट्टो ने मारी थी। इसके अनुसार पाकिस्तान ने असल में परमाणु बम बनाया। लेकिन, अब वास्तव में भूखमरी का संकट हम पर टूटा है, ऐसा बयान पाकिस्तानी नागरिक बड़े अफसोस से सोशल मीडिया पर कर रहे हैं। अनाज की किल्लत और भूखमरी का असर पाकिस्तान के खैबर-पख्तुनख्वा, सिंध और बलोचिस्तान प्रांत पर पडा है और वहां पर अनाज के लिए काफी बेचैनी है। इसमें कुछ लोग हताहत हुए हैं और काफी बड़ी मात्रा में मारपीट शुरू होने के वीडियोज्‌‍ लगातार सामने आ रहे हैं। पाकिस्तान में महंगाई दर २४ प्रतिशत से अधिक है और एशियाई महाद्वीप में सबसे अधिक महंगाई में उछाल होने वाले देशों में श्रीलंका के बाद पाकिस्तान का क्रमांक है।

आटे की बीस किलो की बोरी की कीमत पाकिस्तानी ३,१०० रुपये है और यह कीमत देने की तैयारी होने के बावजूद कुछ लोगों को आटा भी नहीं मिल रहा है। प्याज की कीमत पाकिस्तान में पहले की तुलना में ५०० प्रतिशत बढ़ी है। अन्य ज़रूरी सामान की किल्लत और कीमतों में उछाल से पाकिस्तान की स्थिति काफी बिगडी हुई है। अनाज के लिए पाकिस्तान के नागरिक भागादौड कर रहे हैं। इसका सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर गंभीर परिणाम होने लगा है। कुछ दिन पहले पाकिस्तान को मित्रदेशों ने मिलकर ९ अरब डॉलर्स की सहायता घोषित की थी। लेकिन, यह सहायता बाढ़ पीड़ितों के लिए होने की बात स्पष्ट हुई और आने वाले तीन सालों में समय-समय पर यह सहायता दी जाएगी। यह स्पष्ट होते ही पाकिस्तानी जनता की बचीखुची उम्मीद भी खत्म हुई है।

जनता के इन हालातों के बावजूद भारत में काफी कम कीमत पर उपलब्ध अनाज, तरकारी एवं अन्य ज़रूरी सामान आयात करने के लिए पाकिस्तान सरकार तैयार नहीं है क्योंकि, पाकिस्तान का विपक्ष इसकी प्रतिक्षा में है और यह निर्णय लेने पर हमारी बडी आलोचना होगी, इस ड़र ने पाकिस्तान सरकार को परेशान कर रखा है। पाकिस्तान का विपक्ष भी इस मोर्चे पर सरकार को किसी भी तरह की राहत देने के लिए तैयार नहीं है। इससे पाकिस्तान की जनता का हो रहा बुरा हाल और अन्य वजहों के अलावा भारत के प्रति चरम स्तर का द्वेष भी प्रमुख वजह होने की बात दिख रही है।

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