‘पुलवामा’ का पाकिस्तानी मास्टरमाईंड ‘कामरान’ मुठभेड में खतम – भारतीय सेना के मेजर के साथ चार जवान शहीद

श्रीनगर – रविवार रात से लगभग १८ घंटे चले मुठभेड में भारतीय सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को ढेर किया है| इस मुठभेड में भारतीय सेना के मेजर के साथ चार जवान शहीद हुए है| ‘सीआरपीएफ’ के जवानों पर कायराना आतंकी हमला करने के षडयंत्र में शमिल ‘जैश ए मोहम्मद’ का आतंकी ‘अब्दुल रशिद गाझी’ उर्फ कामरान को इस मुठभेड में खतम किया गया है| इस मुठभेड की घटना के साथ ही पिछले चार दिनों में भारतीय सुरक्षा बलोंके कुल ४५ जवान शहीद हुए है|

पुलवामा में ‘सीआरपीएफ’ के जत्थे पर हुए आत्मघाती हमले के बाद इस हमले में शामिल ‘जैश’ के आतंकियों की खोज करने के लिए सर्च अभियान शुरू किया गया था| पुलवामा के पिंगलान क्षेत्र में कुछ आतंकी छिपे होने की जानकारी सुरक्षा बलों को प्राप्त हुई थी| इस पर तुरंत कार्रवाई करके सुरक्षा बलों ने आतंकियों के ठिकाने को घेर लिया| इसकी जानकारी मिलते ही आतंकियों ने सुरक्षा बलों के जवानों पर धुंवाधार गोलाबारी शुरू की| रविवार रात शुरू हुई यह मुठभेड लगभग १८ घंटे बाद समाप्त हुई| इस दौरान मेजर विभुतीशंकर धोंडियाल, हवालदार शिवराम, सिपाही हरिसिंग और सिपाही अजय कुमार शहीद हुए|

इस दौरान दो आतंकी मारे गए| उसके बाद सोमवार शाम तिसरा आतंकी भी मारा गया| मारे गए इन आतंकियों में पाकिस्तानी आतंकी ‘कामरान’ भी शामिल था| ‘कामरान’ यह ‘जैश’प्रमुख मसूद अझहर का रिश्तेदार होने की बात कही जा रही है| पुलवामा में सीआरपीएफ के जत्थेपर हुए आत्मघाती हमले का षडयंत्र बनाने मं ‘कामरान’ का समावेश रहा| इस हमले का वही मास्टर माईंड होने की जानकारी भी सामने आ रही है| ‘कामरान’ को तालिबान ने प्रशिक्षण दिया था?और उसने पाकिस्तान के ‘खैबर पख्तूनवाला’ प्रांत में नाटो की सेनापर भी हमले किए थे| वहां से भागकर वह पाकिस्तान ने कब्जा किए पाकिस्तान पहुंचा था| पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा ‘आईएसआई’ की निगरानी में उसने युवकों को आतंकी कार्रवाई करने का प्रशिक्षण देने का काम भी किया था|

‘कामरान’ के साथ ही हिलाल अहमद यह स्थानिय आतंकी भी सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई में मारा गया है| इस दौरान मारे गए तिसरें आतंकी की पहचान हो नही सकी है| इस मुठभेड में सेना के ‘डीआईजी’ अमित कुमार जख्मी हुए है| ‘कामरान’ ढेर होने से भारतीय सुरक्षा बलों को बडी सफलता प्राप्त हुई है, ऐसा माना जा रहा है| क्यों की, ‘जैश’ का प्रमुख मौलाना मसूद अझहर का रिश्तेदार और नजदिकी सहयोगी के तौर पर ‘कामरान’ की पहचान थी और ‘जैश’ में उसका स्थान अहम था| ‘अजहर’ का भतीजा ‘उस्मान’ को पिछले वर्ष भारतीय सेना ने खतम किया था| उसकी जिम्मेदारी ‘कामरान’ निभा रहा था, ऐसी जानकारी सामने आ रही थी|

पिछले वर्ष दिसंबर महीने में ‘कामरान’ कश्मीर घाटी में पहुंचा था| भारतीय सेना ने दक्षिणी कश्मीर में आक्रामक कार्रवाई शुरू करने से ‘जैश’ के साथ सभी आतंकियों का बडा नुकसान हुआ है| इसमें से ‘जैश’ को संवार कर जम्मू-कश्मीर में दुबारा भयंकर खूनखराबा कराने की जिम्मेदारी ‘कामरान’ को दी गई थी| इसीलिए पुलवामा में ‘सीआरपीएफ’ के जत्थे पर हुए हमले को चार दिन हो रहे?थे, तभी इस हमले का मास्टरमाईंड ‘कामरान’ को खतम करने में सुरक्षा बलों को मिली कामयाबी की काफी अहमियत है|

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