प्रधानमंत्री मोदी ‘जी ७’ बैठक के लिए जर्मनी रवाना

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ‘जी ७’ की बैठक के लिए रवाना हुए। इस बैठक में हम ऊर्जा, अन्न सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी गतिविधियाँ, जनतंत्र एवं पर्यावरण के विषयों पर ‘जी ७’ देशों के साथ सोच विचार करेंगे, यह जानकारी प्रधानमंत्री ने प्रदान की। ‘जी ७’ देशों के नेता एवं ‘जी ७’ के साथ भागीदारी कर रहें देशों के नेताओं के साथ इन विषयों पर गहरी चर्चा होगी, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा हैं।

जर्मनी में आयोजित ‘जी ७’ की बैठक का न्यौता भारत को प्राप्त हुआ था। भारत के साथ ही इंडोनेशिया, अर्जेंटिना, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका जैसें जनतांत्रिक देश भी इस बैठक मे शामिल हो रहे हैं। २६ और २७ जून को हो रही इस बैठक को काफी बड़ी राजनीतिक और सामरिक एवं आर्थिक अहमियत प्राप्त हुई हैं। इस बैठक मे यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी प्रमुख होगा। यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने पश्चिमी देशों का दबाव ठुकराकर रशिया के साथ सहयोग जारी रखा था। इस वजह से जर्मनी की ‘जी ७‘ बैठक में भारत को शामिल नहीं किया जाएगा, ऐसी चर्चा हो रही थी।

लेकिन, जर्मनी के चान्सलर शोल्झ ने स्वयं फोन करके प्रधानमंत्री मोदी को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया था। इसके बावजूद रशिया के साथ जारी सहयोग को लेकर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश नए से होगी, ऐसी कड़ी संभावना हैं। कुछ दिन पहले अमरीका ने भारत के रशिया से हो रहें सहयोग पर नाराज़गी व्यक्त करके इसकी शुरूआत की थी। लेकिन, इसका भारत की इस नीति पर ज्यादा असर होने की संभावना नहीं। यूक्रेन की समस्या का हल राजनीतिक बातचीत से होगा, ऐसी भारत की पुख्ता भूमिका हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी ७ बैठक में यह भूमिका अधिक सक्षमता से रखेंगे।

इसी बीच, ऊर्जा, अन्न सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी गतिविधियाँ, जनतंत्र और पर्यावरण के विषयों पर ‘जी ७’ की बैठक मे हम चर्चा करेंगे, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री ने भारत की प्राथमिकता का क्रम स्पष्ट किया दिख रहा हैं। ‘जी ७’ की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की इस गुट के सदस्य देशों से द्विपक्षीय चर्चा होगी। बदलती वैश्विक स्थिति मे विश्व के प्रमुख देशों की नेताओं के साथ प्रधानमंत्री की होनेवाली यह द्विपक्षीय चर्चा अहम साबित होगी।

‘जी ७’ की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी यूएई का दौरा करेंगे। ‘यूएई’ के राष्ट्रप्रमुख शेख खलिफा बिन झायद अल-नह्यान का १३ मई को निधन हुआ था। इसके बाद मोहम्मद बिन झायद अल-नह्यान ‘यूएई’ के प्रमुख बने। प्रधानमंत्री मोदी अपने इस दौरे मे ‘यूएई’ के नए राष्ट्रप्रमुख से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के स्थापित हो रहें आर्थिक और राजनीतिक सहयोग की पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री का यूएई दौरा अहमियत रखता हैं।

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