राष्ट्राध्यक्ष बायडेन अमरीका के खाड़ी स्थित मित्र देशों को दूर कर रहे है – अमरीका के खाड़ी विभाग के पूर्व विशेष दूत

जेरूसलम – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन खाड़ी देशों कोलेकर अपनी नीति में गलत साबित हुए हैं। बायडेन की नीति के कारण खाड़ी के मित्र देश अमरीका से दूर गए हैं। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की वजह से अब्राहम समझौता अधिक मुश्किल हो रहा है, ऐसी तीखी आलोचना अमरीका के खाड़ी विभाग के पूर्व राजनीतिक अधिकारी जेसन ग्रिनब्लैट ने की। पैलेस्टिनियों के लिए आर्थिक सहायता मुहैया करने के बायडेन प्रशासन के निर्णय पर भी ग्रिनब्लैट ने फटकार लगाई है।  

राष्ट्राध्यक्ष बायडेनअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में खाड़ी संबधित विशेषदूत के तौर पर नियुक्त किए जेसन ग्रिनब्लैट ने खाड़ी की गतिविधियों पर चिंता जताई। पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की नीति के कारण इस्रायल और खाड़ी देशों का ऐतिहासिक सहयोग स्थापित हुआ था। सौदी अरब भी इस्रायल के अब्राहम समझौते का हिस्सा होने के लिए उत्सुक था। इसके बाद पैलेस्टिन का मुद्दा भी खत्म करना मुमकिन होता, ऐसा दावा ग्रिनब्लैट ने इस्रायली अभ्यास गुट ने आयोजित किए कार्यक्रम में किया।

लेकिन, बायडेन प्रशासन ने खाड़ी के मित्र देशों को लेकर गलत नज़रिया रखने के कारण स्थिति बिगड़ी, ऐसी आलोचना ग्रिनब्लैट ने की। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने खाड़ी के मित्र देशों को शामिल करना अब इस्रायल के लिए भी कठिन हुआ है, ऐसा दावा ग्रिनब्लैट ने किया। बायडेन की नीति की वजह से सौदी जैसा सहयोगी मित्र देश भी अमरीका से दूर होने की चिंता ग्रिनब्लैट ने व्यक्त की। 

वहीं, पैलेस्टिन के मुद्दे पर बायडेन प्रशासन ने बड़ी जल्दबाज़ी की, ऐसी आलोचना ग्रिनब्लैट ने की। इस्रायल से शांति वार्ता करने से इनकार कर रहे पैलेस्टिन को आर्थिक सहायता देने से पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इनकार किया था। लेकिन, बायडेन ने बागड़ोर संभालने के बाद कुछ ही हफ्ते बाद पैलेस्टिनियों को १० करोड़ डॉलर्स की सहायता प्रदान की। बायडेन प्रशासन का यह निर्णय भी गलत था, ऐसा ग्रिनब्लैट ने कहा। पैलेस्टिनी नेता महमूद अब्बास इस्रायल के साथ चर्चा करने के लिए तैयार नहीं। अब्बास के बाद भी पैलेस्टिन की बागड़ोर संभालने वाला नया नेतृत्व इस भूमिका में बदलाव करेंगे, ऐसी उम्मीद ग्रिनब्लैट ने व्यक्त की।

अमरीका के पूर्व विशेष दूत ने स्पष्ट ज़िक्र नहीं किया हो, फिर भी बायडेन प्रशासन की इस भूमिका से चीन का लाभ होने के मुद्दे पर भी ध्यान आकर्षित हुआ। बायडेन प्रशासन ने मानव अधिकारों के मुद्दों के मामले में सौदी और यूएई को दूर करने के बाद चीन ने इन देशों से सहयोग बढ़ाया। इससे सौदी और ईरान का नया सहयोग स्थापित हुआ। इससे खाड़ी में अमरीका का प्रभाव लगभग खत्म होने का दावा किया जा रहा है। अमरिकी नेता एवं माध्यम और विश्लेषक इसके लिए बायडेन प्रशासन की आलोचना कर रहे हैं। ग्रिनब्लैट भी इसी मुद्दे पर बायडेन प्रशासन को लक्ष्य करते दिख रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.