भारत के साथ दोस्ती के लिए आतंकवादियों पर कार्रवाई करें – पाकिस्तानी लष्कर प्रमुख को भारत का सन्देश

नई दिल्ली/इस्लामाबाद: ‘अगर पाकिस्तान को भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करने हैं, तो पाकिस्तान अपने भूभाग के आतंकवादियों पर कार्रवाई करे’, यह माँग भारत के विदेश मंत्रालय ने की है। पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए अपना विरोध अन्हीं है, ऐसा कहकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। उसपर भारत के विदेश मंत्रालय ने यह प्रतिक्रिया दी है।

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पाकिस्तान की संसद में लष्कर प्रमुख बाजवा और अन्य वरिष्ठ लष्करी अधिकारी मौजूद थे। उस समय बोलते हुए बाजवा ने अलग विधान करके सबका ध्यान आकर्षित किया था। भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करने की सरकार की कोशिशों को पाकिस्तान का विरोध नहीं है, ऐसा बाजवा ने कहा। साथ ही इसके लिए पाकिस्तान की सरकार कर रही कोशिशों को लष्कर का समर्थन होगा, ऐसा भी बजवा ने आगे कहा है। भारत के खिलाफ जहाल विधान और भारत को धमकियां देने के लिए प्रसिद्द पाकिस्तानी लष्कर की भूमिका में हुआ यह परिवर्तन लाक्षणिक है।

लेकिन यह विधान करते समय, पाकिस्तानी लष्कर प्रमुख ने भारत पाकिस्तान के खिलाफ लष्करी तैनाती कर रहा है, ऐसे दावे करके इस बारे में सावधानी का इशारा दिया है। उसी समय बाजवा ने हाफिज सईद का समर्थन करने की बात स्पष्ट की है। पाकिस्तान के अन्य सर्वसामान्य नागरिकों की तरह हाफिज सईद को भी कश्मीर का प्रश्न उपस्थित करने का अधिकार है, ऐसा जनरल बाजवा ने कहा है।

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पाकिस्तानी लष्कर प्रमुख के इस वक्तव्य के बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार को सवाल पूछा गया था। इस पर बोलते समय रविश कुमार ने भारत को भी एक उत्तम पडौसी की तरह पाकिस्तान के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध अपेक्षित हैं, ऐसा कहा है। लेकिन आतंकवाद इस संबंध में महत्वपूर्ण मुद्दा साबित होता है, ऐसा कहकर पकिस्तान ने आतंकवाद की समस्या पर मात किए बिना यह संबंध सुधरने वाले नहीं हैं, इस बात की तरफ ध्यान आकर्षित किया है। अपनी भूमि से भारत के खिलाफ कार्रवाइयां करने वाले आतंकवादियों पर कार्रवाई की तो दोनों देशों के बिच संबंध सुधारेंगे, ऐसा कहकर रवीश कुमार ने इस सन्दर्भ में भारत की भूमिका स्पष्ट की है।

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