देश की पहली ‘इंटिग्रेटेड़ रक्षा संपर्क यंत्रणा’ राष्ट्रार्पण

देश की पहली ‘इंटिग्रेटेड़ रक्षा संपर्क यंत्रणा’ राष्ट्रार्पण

नयी दिल्ली, दि. ३० (वृत्तसंस्था) – गुरुवार को रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर के हाथों, देश की पहली इंटिग्रेटेड़ रक्षा संपर्क यंत्रणा राष्ट्रार्पण कर दी गयी। इससे भारतीय रक्षा बलों की संपर्क यंत्रणा अधिक ही मज़बूत हुई होकर युद्ध एवं संघर्षकाल के दौरान रक्षा बलों को एकदूसरे के ठेंठ संपर्क में रहकर, शीघ्रगति से निर्णय लेना संभव […]

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नेताजी-२३

नेताजी-२३

आय.सी.एस. की पढ़ाई के साथ साथ सुभाष बदलते सामाजिक सन्दर्भों का भी अध्ययन कर रहा था। ज़ाहिर है कि असामान्य बुद्धिमत्ता की देन के कारण तथा उसके मन एवं बुद्धि के द्वार हमेशा खुले रहने के कारण उसे इस कार्य के लिए कुछ ख़ास मशक्कत नहीं करनी पड़ती थी। आते जाते आसानी से दिखायी देनेवाली, […]

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पुणे (भाग-२)

पुणे (भाग-२)

पुणे पर कब़्जा जमाते ही अंग्रे़जों ने अन्य महत्त्वपूर्ण शहरों में जिस तरह से अपनी फौ़जी छावनियों का निर्माण किया, उसी तरह पुणे में भी उन्होंने बहुत बड़ी लष्करी छावनी का निर्माण किया। कारोबार के उद्देश्य का दिखावा करके भारत में घुसे अंग्रे़जों ने दरअसल लगभग सारे भारत में अपनी फौ़जी छावनियों का ही निर्माण […]

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सरकारी नौकरी का खजाना

सरकारी नौकरी का खजाना

नौकरी की तलाश में रहनेवाला लगभग हर एक भारतीय एक सुरक्षित एवं शाश्‍वत नौकरी (जॉब सिक्युरिटी रहनेवाली) प्राप्त करने के लिए सबसे अधिक प्राधान्य देता है। आज कल आय.टी., आय.टी.ई.एस. एवं अन्य नये उद्योग क्षेत्रों की नौकरियों का बोलबाला है। वैसे भी अभी-अभी जागतिक आर्थिक मंदी के जबरदस्त झटके का अंदाजा इन क्षेत्रों को एवं […]

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प्रतिकार का इतिहास

प्रतिकार का इतिहास

बाबर इस देश में मुगलों का शासन लेकर आया। उसके बाद हूमायूँ के और फिर अकबर के समय में मुगलों का शासन स्थिर होता गया, उसका विस्तार भी हुआ। अकबर कम उम्र में ही बादशाह बन गया। अकबर राजपूतों के शौर्य से अच्छी तरह परिचित था। उनका उपयोग, अपने शासन को स्थिर करने के लिए […]

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