महाड की इमारत दुर्घटना में मृतकों की संख्या १२ हुई – पांच लोगों पर अपराधिक मामला दर्ज़

रायगड – महाराष्ट्र के रायगड ज़िले में तारीक गार्डन नामक पांच मंजिला इमारत की दुर्घटना में मृतकों की संख्या अब १२ हुई है और इस इमारत के मलबे से राहतकर्मियों ने ७८ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। घटना स्थल पर राहत कार्य अभी भी जारी हैं। इस हादसे का संज्ञान लेकर इमारत के निर्माणकर्ता पांच लोगों पर अपराधिक मामला दर्ज़ किया गया है। राज्य सरकार ने इस हादसे में मरनेवालों के परिजनों के लिए पांच लाख की सहायता घोषित की है।

महाड

महाड के काजलपुरा इलाके की तारीक गार्डन नामक पांच मंजिला इमारत सोमवार की शाम को ढ़ह गई थी। यह इमारत मात्र १० वर्ष पुरानी होने से इस हादसे पर आश्‍चर्य व्यक्त किया जा रहा है। इस इमारत में ४० परिवार रह रहे थे। लेकिन, इमारत ढ़हने की आशंका होते ही कुछ परिवार उस समय भाग निकले और उनके प्राण बच गए। इस हादसे के बाद दमकल और राहत दलों ने घटनास्थल पर पहुँचते ही राहतकार्य शुरू किया।

पुणे से एनडीआरएफ की चार टीमें महाड़ पहुँचते ही राहतकार्य को गति प्राप्त हुई थी। १० जेसीबी, ४ पोकलेन, १५ डंपर की सहायता से इमारत के मलबे को हटाने का काम शुरू किया गया। इस हादसे का गंभीरता से संज्ञान लेकर तेज़ गति से जाँच शुरू की गई है। इस हादसे को लेकर पांच लोगों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज़ किया गया है। इनमें बिल्डर फारूक काज़ी के साथ आरसीसी कन्सल्टंट बाहुबली धमाणे, वास्तुविशारद गौरव शहा, उस समय के मुख्याधिकारी दिपक जिंदाड, अभियंता शशिकांत दिघे के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज़ किया गया है।

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राज्य के मदद और पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार ने मंगलवार के दिन महाड पहुँचकर घटनास्थल का जाएज़ा लिया। इस हादसे के लिए ज़िम्मेदार हर व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई करने का वादा भी उन्होंने किया। इसी बीच हादसे में मृत हुए लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपए और घायलों को ५० हज़ार रुपयों की सहायता राशि उन्होंने घोषित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाड इमारत हादसे में जीवितहानी पर शोक व्यक्त किया है। ‘महाराष्ट्र के महाड, रायगड में इमारत ढ़हने की दुर्घटना दुःखद है और इस हादसे में अपने रिश्‍तेदारों को खोनेवाले परिवारों के प्रति सहवेदना व्यक्त करते हैं’, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है।

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