राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने चरमपंथ के खिलाफ किया आवाहन

नई दिल्ली – ‘कुछ लोग देश में धर्म के नाम पर बैर फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसका पूरे देश पर बुरा असर पड रहा है और इसकी गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई देती है। मूक प्रेक्षक के तौर पर हम यह सबकुछ बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसका विरोध करने के लिए हर एक धर्म के अनुयायियों को एकजुट होना पडेगा और सब लोग इस देश का हिस्सा हैं, यह ड़टकर कहना पडेगा’, ऐसा आवाहन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल ने किया।

नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल रहे थे। किसी भी स्थिति में देश की एकता का घात नहीं होने देंगे, इस तरह की भावना प्रबल करना ही समय की मांग है। प्रत्येक नागरिक इस देश में सुरक्षित है, यह विश्वास हरएक के मन में होना आवश्यक है। ऐसी स्थिति में हम सबने संगठित होकर आवाज़ बुलंद करके अपनी गलतियाँ सुधारें और चरमपंथ का विरोध करना चाहिये। देश का नुकसान हम सबका नुकसान है। इसी लिए सबको देश सुरक्षित रखने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए’, यह संदेश अजित डोवल ने दिया।

हर धर्म ने इस देश के विकास के लिए योगदान दिया है। देश का माहौल अधिक सुधारने के लिए कोशिश करना हम सबकी ज़िम्मेदारी है। नई पिढ़ी के हाथों में हम कौनसा भारत सौंप रहे हैं, इस पर सबको सोचना चाहिए, ऐसा कहकर इस दौरान मौजूद धार्मिक नेतांओं को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने आवाहन किया। धार्मिक नेता प्रभावी होते हैं और उनके कंधों पर काफी बड़ी ज़िम्मेदारी होती है, ऐसा डोवल ने कहा।

चरमपंथ और द्वेष के खिलाफ जंग में साथ पाने के लिए हमें सभी तक पहुँचना होगा, इस जंग में हमे सबको शामिल करना चाहिये। अपने देश में किसी भी धर्म के खिलाफ द्वेश को स्थान नहीं हो सकता, यह प्रत्येक को समझाना होगा, इसका अहसास भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कराया है।

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