नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष के लिए ७०० ईसाइयों का नरसंहार – मानव अधिकार संगठन का गंभीर आरोप

याओंदे – नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मुहमदू बुहारी को ‘फेअरवेल गिफ्ट’ के तौर पर चरमपंथियों ने मई महीने में कम से कम ७०० ईसाइयों की हत्या की गई। इसके साथ ही पिछले ६० दिनों में १,१०० ईसाइयों का नरसंहार करके उनके १०० प्रार्थना स्थलों को नष्ट किया गया है, ऐसा भयंकर आरोप नाइजीरिया के प्रधान मानव अधिकार संगठन ने लगाया है। इसी वजह से जनतंत्र और मानव अधिकारों के समर्थक बता रहा ब्रिटेन ईसाइयों का नरसंहार करने वाले नाइजीरिया के नेताओं को बिल्कुल भी स्थान ना दे, ऐसी चेतावनी इस मानव अधिकार संगठन ने दी है।

वर्ष २०१५ से २०२३ के आठ सालों में नाइजीरिया की बागड़ोर संभालने वाले पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बुहारी को २९ मई को अपने पद का इस्तीफा दिया। लेकिन, अपने कार्यकाल में बुहारी ने नाइजीरिया के ईसाइयों का नरसंहार किया, ऐसा आरोप ‘इंटरनैशनल सोसायटी फॉर सीविल लिबर्टिज्‌‍ ॲण्ड रुल ऑफ लॉ’ नामक मानव अधिकार संगठन ने लगाया है। बुहारी के खिलाफ इससे पहले भी नरसंहार करने के आरोप लगाए गए थे। लेकिन, नाइजीरियन मानव अधिकार संगठन ने लगाए नए आरोप दहलाने वाले है।

१ जनवरी से १२ जून के दौरान नाइजीरिया में २,१५० ईसाइयों की क्रूरता से हत्या की गई। नाइजीरिया के कदुना प्रांत के चरमपंथी फुलानी गुट ने प्रांताधिकारी नासिर अल-रुफाई और पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बुहारी के समर्थन से यह नरसंहार किया है, ऐसा आरोप इस मानव अधिकार संगठन ने लगाया है। बुहारी की हुकूमत का कार्यकाल खत्म होना तय होने के बाद फुलानी चरमपंथियों ने उन्हें अलविदा करते समय तोहफा देने के स्वरूप में ७०० ईसाइयों की हत्या की। इसके अलावा पिछले छह महीनों से इन चरमपंथियों ने १,४०० से भी अधिक लोगों का अपहरण किया है।

बुहारी की हुकूमत से पहले भी नाइजीरिया के ईसाइयों को लक्ष्य किया गया है, ऐसा यह रपट कह रही है। वर्ष २००९ से नाइजीरिया में ५३ हज़ार से भी अधिक लोग मारे गए हैं और १८ हज़ार से भी अधिक प्रार्थनास्थान एवं २,२०० स्कूलों को आग के हवाले किया गया है। इसके लिए भी बुहारी और उनके सहयोगी ज़िम्मेदार हैं और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की ज़रूरत है। ब्रिटेन इन नेताओं को अपने देश में प्रवेश ना दे, यह मांग इस मानव अधिकार संगठन ने की है।

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