‘जेपी मॉर्गन’ ने अमरीका की दिवालियां ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ खरीदी

वॉशिंग्टन – अमरीका के साथ विश्व के शीर्ष वित्तीय संस्थाओं में से एक कही जा रही ‘जेपी मॉर्गन चेस’ ने अमरीका की ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ खरीदने का ऐलान किया है। पिछले महीने बैंक के ग्राहकों ने कुल १०० अरब डॉलर्स निकाले थे। इससे अमरिकी यंत्रणा ने इसका नियंत्रण हाथ में लेकर बैंक की बिक्री करने का ऐलान किया था। ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ दिवालियां होना अमरिकी बैंकिंग इतिहास का दूसरा बड़ा मामला बना हैं। इस घटना ने अमरिकी बैंकिंग क्षेत्र के साथ अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर फिर से चिंता का माहौल बनाया हैं। 

‘जेपी मॉर्गन’मार्च महीने में मात्र कुछ ही समय में अमरीका के तीन बैंक एक के बाद एक दिवालियां घोषित हुई थी। इनमें ‘एसवीबी’, ‘सिग्नेचर बैंक’ और ‘सिल्वरगेट’ बैंक का समावेश था। इन बैंकों की असफलता के बाद शुरू हुई गिरावट में ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ का नाम भी चपेट में आया था। बीमा सुरक्षित ना होने वाले डिपोझिस्टस्‌‍ की बड़ी मात्रा इसके पीछे का प्रमुख कारण बनी थी। मार्च महीने में दिवालियां हुए बैंकों में से ‘एसवीबी’ औड़ ‘सिग्नेचर बैंक’ को बायडेन प्रशासन ने आर्थिक सहायता मुहैया करके बचाया था। लेकीन यह मात्रा अन्य बैंकों को देना मुमकिन ना होने के संकेत सरकार ने दिए थे।

इसी पृष्ठभूमि पर पिछले महीने ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ की तिमाही रपट सार्वजनिक हुई। इसमें बैंक ग्राहकों ने कुल १०० अरब डॉलर्स से भी अधिक जमा बैंक से निकालने की जानाकरी सामने आयी। बैंक से ५० प्रतिशत से अधिक जमा निकाली जाने से अन्य कारोबारों पर इसका असर हुआ और बैंक के शेअर्स का मुल्य काफी फिसला। इस कारण ग्राहक और निवेशकों का बैंक पर भरोसा कमज़ोर होने के स्पष्ट संदेश बैंकिंग क्षेत्र में गया। आगे अधिक गिरावट होने से बचने के लिए अमरीका के ‘फेडरल डिपॉझिट इन्श्युरन्स कॉर्पोरेशन’ (एफडीआईसी) ने बैंक पर कब्ज़ा करने का ऐलान किया। 

‘जेपी मॉर्गन’इसके बाद ‘एफडीआईसी’ ने शीघ्रता से बैंक की बिक्री करने का ऐलान किया। इसके बाद सोमवार को जे पी मॉर्गन चेस के प्रमुख जेमी डिमॉन ने ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ खरीद ने की जानकारी साझा की। अमरिकी सरकार ने हमारे साथ अन्य निवेशकों को आमंत्रित किया और इसका हमने स्वीकार किया, इन शब्दों में डिमॉन ने इस खरीद की जानकारी साझा की सोमवार से ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ के ८४ शाखाएं ‘जे पी मॉर्गन’ की शाखा के तौर पर काम करेगी, यह ऐलान भी डिमॉन ने किया।

लगभग २३० अरब डॉलर्स से भी अधिक संपत्ति रखनेवाली ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ वर्ष २०२२ के अन्त में देश में १४ वें स्थान की बड़ी बैंक बनकर उभरी थी। वर्ष १९८५ में शुरू हुई इस बैंक ने कैलिफोर्निया प्रांत से अपना कारोबार शुरू करके देश के आठ राज्यों में अपनी शाखाएं शुरू की थी। फेसबुक के सर्वेसर्वा मार्क झुकेरबर्ग के साथ अन्य कई बड़े उद्यमियों को कम ब्याज से कर्ज उपलब्ध करानेवाली बैंक ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ की पहचान बनी थी। इस बैंक में लगभग ७ हज़ार से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं, यह जानकारी भी सूत्रों ने साझा की। 

‘जेपी मॉर्गन’‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ की असफलता से अमरिकी बैंकिंग क्षेत्र का संकट अभी पुरी तरह से दूर ना होने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हुए हैं। इस बैंक की खरीद प्रक्रिया शुरू थी, तभी अमरीका में अन्य स्थानीय बैंकों के शेअर्स का मूल्य फिसलता देखा जा रहा हैं। साथ ही मार्च महीने की गिरावट की रपट भी जल्द ही सार्वजनिक हो रही हैं। इसके बाद बैंकिंग क्षेत्र में फिर से नई उथल-पुथल शुरू हुई हैं, ऐसे दावे विश्लेषक कर रहे हैं। पिछले हफ्ते जारी हुए अमरिकी अर्थव्यवस्था के तिमाही रपट से इसकी पुष्टी हो रही हैं।

वर्ष २०२२ के अन्त की तुलना में नए साल की पहली तिमाही में अमरिकी अर्थव्यवस्था की गिरावट दर्ज़ हुई हैं। अक्तुबर से दिसंबर २०२२ के दौरान अमरिकी जीडीपी में २.६ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई थी। इस वजह से मंदी नहीं हैं और अर्थव्यवस्था सामान्य स्तर पर आने के दावे शुरू हुए थे। लेकिन, जनवरी से मार्च २०२३ के दौरान अमरीका का जीडीपी मात्र १.१ प्रतिशत दर्ज़ हुआ। वर्ष २०२२ के अन्त की तुलना में यह गिरावट काफी बड़ी होने से अमरिकी अर्थव्यवस्था का झुकाव फिर से मंदी की ओर होने का ड़र जताया जा रहा हैं। ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ की असफलता यह ड़र अधिक बढ़ाती दिखाई दे रही हैं। 

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