इस्रायल के ‘एफ-३५’ ईरान तक पहुंच सकतें हैं – इस्रायली प्रधानमंत्री का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजेरूसलम/तेहरान – अमरिका ने हम पर हमला किया तो खाड़ी क्षेत्र में अमरिका के लष्करी अड्डे अपने मिसाइलों के घेरे में होने की धमकी ईरान ने दी है| इससे पहले ईरान ने केवल आधे घंटे में इस्रायल को नष्ट करने की क्षमता अपने पास होने की बात सूचित की थी| इसपर अब इस्रायल की प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है| इस्रायली हवाई दल के बेड़े में होनेवाले एफ-३५ लड़ाकू विमान ईरान तक आसानी से पहुंच सकते हैं, इसकी याद प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दिलाई है|

पिछले हफ्ते में ईरान के संसद में राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश धारणा समिति के अध्यक्ष मुज्तबा झोलनुर ने अमरिका एवं इस्रायल को धमकाया था| अमरिकाने ईरान पर हमला किया तो अगले आधे घंटे में इस्रायल का अस्तित्व मिटा देंगे, ऐसा दावा झोलनूर ने किया था| उसके बाद इस्रायल को नष्ट करनेवाले ‘सीक्रेट वेपन’ अपने पास होने का दावा भी एक ईरानी अधिकारी ने किया था|

उसके बाद मंगलवार को ईरान के सांस्कृतिक मंत्री हुसैन नेजात ने खाड़ी क्षेत्र में अमरिका के लष्करी अड्डे एवं हितसंबंधों पर हमले करने की धमकी दी है| ईरान के मिसाइल अमरिका की विमान वाहक युद्धनौका, खाड़ी क्षेत्र में बने लष्करी अड्डे और मित्रों पर हमले करेंगे, ऐसा दावा नेजात ने किया है| ईरान से यह धमकियां मिलते समय इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ईरान को परिणामों का एहसास दिलाया है|

नेवातिम के हवाई अड्डे को भेंट देनेवाले इस्रायली प्रधानमंत्री ने मंगलवार को अपनी वायुसेना की सज्जता का ब्यौरा किया है| उस समय अमरिका से खरीदे हुए एफ-३५ यह अति प्रगत स्टेल्थ लड़ाकू विमानों का भी प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ब्यौरा किया है| उसके बाद माध्यमों से बोलते हुए इस्रायल के प्रधानमंत्री ने इन स्टेल्थ लड़ाकू विमानों की क्षमता का ईरान एवं सीरिया को एहसास दिलाया है|

पिछले कुछ दिनों से ईरान लगातार इस्रायल के विनाश की घोषणा कर रहा है| पर ईरान एक बात ना भूले इस्रायल के एफ-३५ विमान खाड़ी क्षेत्र में कहीं भी आसानी से पहुंच सकते हैं| ईरान और सीरिया में भी हमले कर सकते हैं, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने सूचित किया है| सीरिया में ईरान एवं ईरान से संबंधित आतंकवादियों के अड्डों पर हमले करने के लिए इस्रायल ने एफ-३५ का उपयोग किया था| सीरिया में रशियन बनावट की हवाई यंत्रणा भी इस्रायली विमानों के हमलें रोकने में सफल होने का दावा किया जा रहा है| इस पृष्ठभूमि पर इन विमानों की क्षमता के बारे में प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया विधान सूचक समझा जा रहे हैं|

पीछले महीने में भूमध्य समुद्र में अमरिका, ब्रिटेन और इस्रायल की वायु सेना का संयुक्त अभ्यास हुआ था| इस अभ्यास में तीनों देशों के बेड़े में होनेवाले एफ-३५ विमान शामिल हुए थे| यह अभ्यास मतलब सीरिया में ईरान और ईरान से संबंधित आतंकवादी गुटों के लिए चेतावनी होने का दावा इस्रायली विश्‍लेषकों ने किया था|

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