ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की शत्रु देशों को चेतावनी – ईरान में प्रदर्शनों का आयोजन कर रहे नाकाम होने का दावा

तेहरान – ईरान की इस्लामी राज्यक्रांति के ४४ वर्ष पूरे हुए। इस अवसर पर राजधानी तेहरान में आयोजित भव्य समारोह में ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने देश के ‘शत्रुओं’ को आगाह किया। ईरानी हुकूमत के खिलाफ जारी प्रदर्शनों के पीछे शत्रु देशों का हाथ है और उन्होंने ही ईरान के कुछ युवाओं को गुमराह करके प्रदर्शन करवाए हैं, ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने लगाया। लेकिन, तेहरान के आज़ादी स्क्वेअर में एकत्रित हुआ प्रचंड़ जनसमुदाय ईरान की आवाज़ है, इसे ईरान की शत्रु सुनें, ऐसा इब्राहिम रईसी ने कहा है। परमाणु कार्यक्रम पर पश्चिमी देशों से चर्चा कर रहे ईरान के प्रतिनिधि ‘अली बाघेरी कानी’ ने भी प्रदर्शनों का इस्तेमाल करके ईरान पर दबाव डालने की पश्चिमी देशों की रणनीति असफल होने का दावा किया।

हिज़ाबसख्ती का विरोध से शुरू हुए यह प्रदर्शन हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों में तब्दील हुए। इन प्रदर्शनों में मारे गए लोगों की संख्या ५५० के करीब पहुँची है और ईरानी सुरक्षा बल के ७० लोग भी इसमें मारे गए हैं। गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों की संख्या २० हज़ार बताई जा रही है। ईरानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने बड़ी कठोरता से कार्रवाई करके इन प्रदर्शनों को कुचलने की कोशिश की। लेकिन, अभी सुरक्षा बल इसमें पूरी तरह से सफल नहीं हुए हैं। ऐसी स्थिति में प्रदर्शनकारी महिलाओं पर ईरान के सुरक्षा सैनिकों द्वारा यौन उत्पीडन की चौंकाने वाली खबरें सामने आ रही हैं। इसकी बड़ी गूंज सुनाई देने की संभावना है।

इस पृष्ठभूमि पर शनिवार को ईरान की इस्लामी राज्यक्रांति के ४४ वर्ष पूरे हुए और इस अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। ईरान की राजधानी तेहरान के आज़ादी स्क्वेअर में बड़ा जनसमुदाय ईरानी हुकूमत के समर्थन में दाखिल हुआ था। इस समुदाय को राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, यही ईरान की असल आवाज़ हैं और शत्रुदेश इसे सुनें। ईरान में जारी प्रदर्शन अमरीका और इस्रायल के साथ पश्चिमी देशों की साज़िश का नतीजा है, ऐसा जोरदार आरोप भी राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने इस अवसर पर लगाया।

इराक और अफ़गानिस्तान जैसे देशों में पश्चिमी देशों ने अराज़कता फैलाई हुई है। लेकिन, ईरान में यही प्रयोग करने की पश्चिमीयों की साज़िश थी, पर ईरान ने इसे नाकाम किया, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने कहा। तथा ईरान में मानव अधिकारों का हनन हो रहा है, ऐसे आरोपों का भी रईसी ने जवाब दिया। मानव अधिकारों के मामले में ईरान पश्चिमी देशों से कहीं गुना आगे है, यह दावा भी रईसी ने किया।

इसी बीच, तेहरान के समुदाय को टेलीकान्फरन्सिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे राष्ट्राध्यक्ष रईसी के इस भाषण में एक मिनट के लिए रुकावट हुई और इसी बीच मास्क पहनकर सामने आई महिला ने ईरानी जनता के सामने ‘ईरानी हुकूमत का विनाश हो’, ऐसे नारे लगाए। कुछ हैकर्स ने यह करवाया, ऐसा दावा किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय हैकर्स के गुट इससे पहले भी प्रदर्शनकारियों का पक्ष लेकर ईरानी हुकूमत को लक्ष्य करते देखे गए हैं।

पश्चिमी देशों ने ईरान पर दबाव डालने के लिए प्रदर्शनों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, ऐसा आरोप ईरान के प्रतिनिधि अली बाघेरी कानी ने लगाया। लेकिन, पश्चिमी देशों की यह साज़िश भी नाकाम हुई, यह कहकर पश्चिमी देशों ने ईरान की क्षमता परखने की काफी बड़ी भूल की है, ऐसी फटकार अली बाघेरी कानी ने लगाई।

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