भारतीय बैंक और मुद्रा की अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अहमियत बढ़ानी होगी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश

नई दिल्ली – भारत के बैंक और मुद्रा को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और सप्लाई चेन में अहम घटक बनाने पर ध्यान केंद्रीत करना होगा। साथ ही आर्थिक क्षेत्र में काम कर रहीं संस्थाओं ने आर्थिक और व्यापारी स्तर पर अच्छे कारोबार करनेवालों को प्रोत्साहन देना होगा, ऐसा आवाहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया हैं। वित्त और कार्पोरेट कारोबार मंत्रालय ने आयोजित किए संयुक्त समारोह में प्रधानमंत्री ने यह संदेश दिया।

स्वतंत्रता केअमृत महोत्सव के हिस्से के तौर पर ‘आयकॉनिक विक सेलिब्रेशन्स’ का आयोजन किया गया है। देश ने वित्त क्षेत्र में विभिन्न प्लैटफॉर्म्स तैयार किए हैं। इनका अधिक से अधिक इस्तेमाल करने के लिए इनकी जानकारी सबको पहुँचना अहम होगा। सीर्फ देश ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी यह जानकारी पहुँचाने का आवाहन प्रधानमंत्री ने किया हैं। क्यों कि, भारत सीर्फ बड़े बाज़ार का देश नहीं हैं। बल्कि पुरा विश्‍वभारत की ओर अब बड़ी उम्मीद और भरोसे से देखने लगा हैं, इसका अहसास प्रधानमंत्री ने इस दौरान कराया।

गेमचेंजर, प्रतिभाशाली, अनुसंधान की बड़ी क्षमता रखनेवाले देश के तौर पर विश्‍व भारत की ओर देखने लगा है। पिछले आठ सालों की संगठीत कोशिशों की यह सफलता बनती है, यह दावा प्रधानमंत्री ने किया। सरकार केंद्रीत नीति का कार्यान्वयन करने से भारत दूर हुआ हैंऔर अब जनता केंद्रीत कारोबार को देश में अहमियत दी जा रही हैं। इसके अनुसार जनता तक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी अधिक प्रभावी पद्धती से पहुँचायी जा रही हैं। ‘जन समर्थ पोर्टल’ का लौन्चिन्ग करते समय प्रधानमंत्री ने यह कहा कि, इससे कल्याणकारी सकारी योजना छात्रों से किसानों तक सबको प्राप्त होगी। इससे उन्हें अपने सपने पुरे करना मुमकिन होगा, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया हैं।

देश के उद्योग क्षेत्र से जुड़े करीबन १,५०० कानून एवं ३० हज़ार नियम और अपराध के दायरे में आनेवाले कुछ प्रावधान दूर करने का निर्णय केंद्र सरकार ने किया है। इससे देश की कंपनी सीर्फ प्रगति नहीं करेगी, बल्कि नई उंचाई प्राप्त करेगी, यह दावा प्रधानमंत्री ने किया। जीएसटी के माध्यम से करों की पुनःरचना करके सरकार ने कर संबंधित प्रणाली अधिक आसान की। इसका असर अब सामने आने लगा है। अब देश में हर महीनें एक लाख करोड़ रुपयों से अधिक महसूल ‘जीएसटी’ के माध्यम से प्राप्त हो रहा हैं। यह बात अब सामान्य हुई हैं, यह कहकर प्रधानमंत्री ने इसपर संतोष व्यक्त किया। साथ ही ‘ईपीएफओ’ के रजिस्ट्रेशन की मात्रा भी बढ़ी हैं, ऐसा कहकर इसपर भी प्रधानमंत्री ने आनंद व्यक्त किया।

सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक, दो, पांच, दस और बीस रुपयों के खास सिक्के भी जारी किए। यह सिक्के स्वतंत्रता के अमृतमहोत्सव को समर्पित की जा रही हैं, फिर भी इनका इस्तेमाल रोज के कारोबार में भी किया जा सकेगा, यह जानकारी भी इस दौरान प्रदान की गयी। यह खास सिक्के जनता को अमृतकाल के उद्देश्‍यों की याद दिलाएगी। साथ ही देश के विकास के लिए आम नागरिकों को प्रेरित करेंगे, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री ने इस दौरान व्यक्त किया।

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