युक्रेन में जारी युद्ध में भारतीय छात्र की मृत्यु

नवी दिल्ली – नवीन शेखरप्पा जी नामक कर्नाटक के छात्र की युक्रेन के संघर्ष में मौत हुई है। युक्रेन के खारकिव्ह में रशिया ने किए हमले में नवीन की मृत्यु हुई बताई जाती है। उसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने रशिया तथा युक्रेन के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा करके, भारतीय छात्रों की वापसी के लिए सुरक्षित मार्ग उपलब्ध करा देने की माँग की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवीन शेखरप्पा जी के परिजनों से फोन पर बात करके उनकी सांत्वना की होने की खबर है। उसी समय, प्रधानमंत्री तथा विदेश मंत्री ने, युक्रेन से संबंधित जानकारी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दी है।

युक्रेन से भारतीय छात्रों को तेज़ी से भारत लाने की मुहिम वायुसेना अपने हाथ में ले लें, ऐसे आदेश प्रधानमंत्री ने दिए हैं। इसके अनुसार वायुसेना के हेवी यातायात करने वाले ‘सी-17’ विमान युक्रेन जानेवाले होकर, बड़े पैमाने पर भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा। लेकिन युक्रेन पर रशिया के कड़े हमले जारी रहते समय, इस सुरक्षित प्रवास के लिए भारत ने यह रशिया और युक्रेन के साथ भी चर्चा शुरू की है। विदेश मंत्री जयशंकर ने रशियन विदेश मंत्री तथा युक्रेन के भी विदेश मंत्री के साथ इस पर चर्चा की। इससे भारतीयों को स्वदेश लाने की मुहिम अधिक तेज़ हो सकती है।

इसी बीच, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को प्रधानमंत्री मोदी ने युक्रेन के संकट के बारे में विवरण दिया है। साथ ही, इस देश से भारतीयों को वापस लाने के लिए हाथ में लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ की भी जानकारी प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को दी। वहीं, विदेश मंत्री जयशंकर ने भी राष्ट्रपति को इस संदर्भ में विवरण दे दिया होने की खबर है। अभी भी पूर्वी यूक्रेन में बड़े पैमाने पर भारतीय छात्र फँसे हैं और उनकी हालत ख़राब है, ऐसा युक्रेन से लौटे छात्रों ने कहा है।

युक्रेन में यह युद्ध उग्ररूप धारण कर रहा है, ऐसे में भारत ने दोनों पक्षों को रक्तपात रोकने का आवाहन किया है। प्रामाणिकता और निष्ठा के साथ किया सातत्यपूर्ण संवाद, यही युक्रेन की समस्या हल करने का एकमात्र मार्ग है। राजनीतिक स्तर पर की चर्चाओं के अलावा इस समस्या का हल प्राप्त करना संभव ही नहीं है, ऐसा भारत की सरकार का विश्वास है, यह बात संयुक्त राष्ट्र संघ में नियुक्त भारत के राजदूत टी. एस. तिरूमुर्ती ने स्पष्ट किया।

रशिया तथा युक्रेन के राष्ट्राध्यक्षों के साथ की चर्चा में भी भारत के प्रधानमंत्री ने यही भूमिका दृढ़तापूर्वक रखी थी, ऐसा राजदूत तिरुमूर्ति ने कहा है। युक्रेन में फँसे भारतीयों को फौरन् छुड़ाने के लिए भारत हर संभव कोशिश कर रहा है, ऐसी जानकारी इस समय राजदूत तिरुमूर्ति ने दी। साथ ही, इस आपत्ति में फंसे लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करके अन्य देशों के बीच नागरिकों को छुड़ाने के लिए कोशिश करने का प्रस्ताव भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में दिया।

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