भारत रशिया से अकुला-२ पनडुब्बी किराए पर लेगा – रशियन वित्त संस्था का दावा

मॉस्को: भारत रशिया से एक और पनडुब्बी किराए पर लेने की तैयारी कर रहा है| अकुला श्रेणी की इस पनडुब्बी का व्यवहार लगभग ३.३ अरब डॉलर का होगा| आने वाले महीने में भारत के रक्षा मंत्री रशियन रक्षा मंत्री से भेंट करने वाले हैं और इस भेंट में इस व्यवहार पर मुहर लगेगी, ऐसा कहा जा रहा है| रशियन वृत्तसंस्था ने इस बारे में जानकारी उजागर की है| भारत जल्द ही अपनी नौसेना में लगभग ५६ नए युद्ध नौका एवं पनडुब्बी शामिल करेगा, ऐसी घोषणा नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने कुछ दिनों पहले की थी|

भारत अपनी नौसेना का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए गतिमान कदम उठा रहा है| चीन जैसे बलशाली देश से मिलनेवाले चुनौतियों की पृष्ठभूमि पर भारतीय नौसेना की क्षमता बढ़ाना आवश्यक बन रहा है| चीन के नौसेना के पास ७० से अधिक पनडुब्बीया होकर, यह देश अपने बेड़े में विमान वाहक युद्ध नौकाओं में बढ़ोतरी कर रहा है| फिलहाल चीन के पास एक विमान वाहक युद्ध नौका होकर आनेवाले कुछ वर्षों में चीन के नौदल के पास ५ विमान वाहक युद्ध नौका होंगे, जिनकी जानकारी विश्लेषकों ने हाल ही में उजागर की है| इस बढ़ते सामर्थ्य के बल पर हिंदी महासागर क्षेत्र तक से पैसिफिक महासागर क्षेत्र तक वर्चस्व बनाना, यह चीन की महत्वाकांक्षा है| इसका एहसास होनेवाले भारत ने अपनी नौसेना की क्षमता में बढ़ोतरी करने के लिए आक्रामक कदम उठाए हैं|

भारत, रशिया, अकुला-२ पनडुब्बी, किराए, लेगा, रशियन वित्त संस्था, दावाभारत के नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने हालही में रशिया को भेंट दी थी| इस दौरे में रशिया से अकुला-२ श्रेणी की पनडुब्बी किराए पर लेने पर चर्चा होने की बात रशियन वृत्त संस्था ने दी है| यह व्यवहार लगभग ३.३ अरब डॉलर का होगा| आने वाले हफ्ते में भारत के रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोइगू से मुलाकात करने वाले हैं| इस भेंट में इस व्यवहार पर मुहर लगेगी ऐसा कहा जा रहा है| इससे पहले भी भारत ने २०११ वर्ष में रशिया से पनडुब्बी किराए पर ली थी| आईएनएस चक्र ऐसा नाम होने वाले इस पनडुब्बी के बारे में व्यवहार २०२२ में पूरा होगा| उसके पहले रशिया से अकुला-२ श्रेणी की नई पनडुब्बी किराए पर लेने का भारत का प्रयत्न है|

इस रूप से पनडुब्बी किराए पर लेने का व्यवहार दुनिया भर में नहीं होता| पर भारत एवं रशिया इनके पारंपारिक सामरिक सहयोग की तुलना अन्य देशों के एक दूसरों के संबंधों से नहीं हो सकती, इसीलिए दोनों देशों में ऐसा व्यवहार हो सकता है, ऐसा उस समय भारत में नियुक्त रशिया राजदूत एलेग्जेंडर कडाकिन ने कहा था| अब अकुला-२ पनडुब्बी भी भारत रशिया से किराए पर ले रहा है और इसकी वजह से रशिया के साथ भारत का सहयोग अबाधित रहता दिखाई दे रहा है| अमरिका के साथ भारत के सामरिक सहयोग विकसित होते समय उसका प्रभाव भारत-रशिया सहयोग पर नहीं हुआ है, यह बात भी इस व्यवहार से सामने आ रही है|

भारत एवं अमरिका में सामरिक सहयोग विकसित होते समय उसका लाभ लेकर पाकिस्तान रशिया से लष्करी सहयोग प्राप्त करने की योजना बना रहा था| इसके लिए पाकिस्तान ने तैयारी भी की थी| पर भारत एवं रशिया में दोस्ती कायम रहने से पाकिस्तान की यह योजना धूल में मिली है|

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