प्रधानमंत्री के दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलें की साज़िश नाकाम की गई 

– २ आत्मघाती हमलावरों के साथ ६ आतंकी ढ़ेर
– ‘सीआईएसएफ’ का अधिकारी शहीद, ९ सैनिक घायल

जम्मू – जम्मू-कश्मीर से धारा ३७० हटाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर दाखिल हो रहे हैं| यहां पर आयोजित प्रधानमंत्री की रैली को उधेड़ने के लिए पुलवामा जैसा बड़ा आतंकी हमला करने की कोशिश में आतंकी संगठन होने की बात स्पष्ट हुई थी| शुक्रवार की सुबह जम्मू के सुंजवान में स्थित सैन्य अड्डे के करीब ‘सीआईएसएफ’ के काफिले पर हुआ हमला इस भयंकर साज़िश की साक्ष देे रहा हैं|

शुक्रवार को हुए इस हमले में ‘सीआईएसएफ’ का अधिकारी शहीद हुआ| साथ ही इस हमले में ९ सैनिक घायल हुए| लेकिन, इसके बाद हुई मुठभेड़ में ‘जैश ए मोहम्मद’ के दो आत्मघाती हमलावरों को ढ़ेर किया गया| यह दोनों आतंकी पाकिस्तानी नागरिक हैं| इसी बीच, पिछले चौबीस घंटों में सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करके कुल छह आतंकियों को मार गिराया हैं| इनमें ‘लश्कर ए तोयबा’ के चार आतंकियों का समावेश हैं|

शुक्रवार सुबह ४.३० बजे सुंजवान के सैन्य अड्डे के करीब जैश के आतंकियों ने ‘सीआईएसएफ’ के बस पर हमला किया| यह आतंकी सैन्य अड्डे की ओर जा रहे थे| इस बीच अड्डे के प्रमुख द्वार पर तैनात सैनिकों की ड्यूटी बदल रही थी, इसी का लाभ उठाकर हमले को अंजाम देने की साज़िश थी, यह प्राथमिक जॉंच से सामने आया हैं| लेकिन, यह आतंकी सेना के अड्डे की ओर जा रहे थे, तभी वहां पर ‘सीआईएसएफ’ के सैनिकों की बस जा रही थी| इसके बाद आतंकियों ने इसी बस को लक्ष्य किया| आतंकियों ने बस पर ग्रेनेड़ फेंके और अंधाधुंध गोलीबारी की| इससे ‘सीआईएसएफ’ के उप-निरिक्षक एस.पी.पटेल शहीद हुए और अन्य दो सैनिक गंभीर रूप से घायल  हुए|

इस हमले के बाद ‘सीआईएसएफ’ के सैनिकों ने तुरंत ही जोरदार जवाब दिया| इस वजह से आतंकियों को वहां से भागना पड़ा| यह आतंकी करीबी गांव की दिशा में जाने की बात स्पष्ट होते ही इस पुरे इलाके की घेराबंदी की गई| जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना की अतिरिक्त फौज वहां भेजी गयी| साथ ही इस ऑपरेशन में सीआईएसएफ के सैनिक भी शामिल हुए थे| आतंकी वहां के एक घर में घुस गए| घर से सबको सुरक्षित बाहर निकालने में सुरक्षा बल सफल हुए| इस दौरान यह ऑपरेशन शुरू होते ही एक आतंकी मारा गया| लेकिन, दूसरे आतंकी के साथ काफी समय तक मुठभेड़ जारी रही| उसके पास भारी मात्रा में हथियार और विस्फोट होने से यह मुठभेड़ पांच घंटे तक चली, ऐसा अधिकारी ने कहा|

इन आतंकियों की पहचान की जा रही हैं| लेकिन, यह दोनों पाकिस्तानी हैं और कुछ दिन पहले ही उन्होंने भारत में घुसपैठ की होगी, ऐसी आशंका जताई जा रही हैं| मुठभेड़ के ठिकाने से तीन हथियार और भारी मात्रा में ग्रेनेड बरामद हुए हैं| आतंकियों ने मुठभेड़ के दौरान किए ग्रेनेड हमले से कुछ सैनिक घायल हुए| इस मुठभेड़ में कुल ९ सैनिक घायल हुए हैं और इनमें २ पुलिस कर्मियों का समावेश हैं|

इससे पहले गुरूवार को बारामुल्ला में मोहम्मद युसूफ कांतरू नामक लश्कर ए तोयबा का कमांडर मुठभेड़ में मारा गया था| सुरक्षा बलों के सैनिकों की हत्या और स्थानिय लोगों पर हमलें करनेवालों में वह एक अहम कड़ी था| इस मुठभेड़ में उसके साथी को भी मार गिराया गया था| उसके अन्य दो सहयोगियों से मुठभेड़ हो रही थी| यह मुठभेड़ शुक्रवार सुबह तक शुरू थी| चौबीस घंटे लंबी चली इस मुठभेड़ में दोनों आतंकियों को ढ़ेर किया गया| इस वजह से बारामुल्ला की मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की संख्या चार हुई और बीते २४ घंटों में मारे गए आतंकियों की कुल संख्या छह हुई हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.