कज़ाकस्तान के अल्माटी में हाय अलर्ट जारी

अल्माटी/मॉस्को – कज़ाकस्तान में आपातकाल बुधवार की आधिरात से हटाया गया। फिर भी इस देश के समक्ष अब भी चुनौतियां बरकरार हैं। अल्मटी में सरकारविरोधि गुटों ने नए निदर्शनों की घोषणा की है। इसकी वजह से सुरक्षा यंत्रणाओं को हाय अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने संरक्षमंत्री मुरात बेकतानोव को निकाल दिया। निदर्शनों के दौर में संरक्षणमंत्री बेकतानोव अपनी जिम्मेदारियां निभाने में असफल रहे इसलिए यह कार्यवाही की जाने की बात राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव जाहिर की।

अल्माटी में हाय अलर्टनववर्ष के आरम्भ में कज़ाकस्तान में ईंधन के दर बढाए जाने के खिलाफ हिंसक निदर्श हुए थे। इसमें 164 लोग मारे गए तो सैंकडों लोग जख्मी हुए। मारे जानेवालों में 14 सुरक्षा जवानों का समावेश था। राष्ट्राध्यक्ष कैसिम-जोमार्ट तोकायेव ने आरोप लगाया कि, यह तात्कालिक निदर्शन नहीं हैं बल्कि सुनियोजित आतंकवादी हमले हैं। निदर्शनों की तीव्रता बढने पर देश में आपातकाल लागू किया गया। तथा, राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने रशिया से जुडे ’कलेक्टिव सिकुरिटी ट्रीटि ऑर्गनाइजेशन-सीएसटीओ’ नामक पूर्व सोविएत देशों से लश्करी सहायता के लिए आवाहन किया था।

कज़ाकस्तान की अराजकता के पीछे परदेसी शक्ति जिम्मेदार होने का कलंक राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने लगाया। इन निदर्शनों के दौर में गिरफतार किए गए कज़ाकस्तान के गुनहगार विश्व के नेता अरमान डिके के तुर्की के परराष्ट्रमंत्री मेवलूत कावुसोग्लू के साथ संबंध होने की बात सामने आई थी। इसलिए कज़ाकस्तान के हिंसाचार में तुर्की का हाथ होने की खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। कज़ाकस्तान के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष नूर सुलतान और आतंकवाद विरोधी गुट के भूतपूर्व प्रमुख भी इसमें शामिल होने का आरोप लगा था। तो अमेरिका के हस्तक्षेप की वजह से कज़ाकस्तान में अस्थिरता निर्माण होने के आरोप रशिया ने लगाए थे।

निदर्शकों पर लगाम कसने के लिए राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने भूपपूर्व राष्ट्राध्यक्ष नूर सुलतान को देश के राष्ट्रीय सुरक्षा समिती के पद से हटा दिया। तथा नूर सुलतान के परिजनों को भी महत्वपूर्व पद से हटाया। राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव के इन निर्णयों का कज़ाकस्तान की जनता ने समर्थन किया था। इसलिए स्थिति नियंत्रण में आने लगी।

अल्माटी में हाय अलर्टइसलिए दस दिनों की तैनाती के बाद रशिया एवं सीएसटीओ के अन्य सदस्य देशों की सेना हट गई। रशियन सेना की टुकडी तथा विमान बुधवार को अल्माटी से मॉस्को के लिए रवाना हो गए। कज़ाकस्तान के राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव मे बुधवार की आधिरात से आपातकाल हटाए जाने की घोषणा की। पर फिर से कज़ाकस्तान के सरकार विरोधि गुटों ने अल्माटी में नए निदर्शनों की आवाज़ लगाई।

सन 1997 तक अल्माटी कज़ाकस्तान की राजधानी के नाम से प्रसिद्ध थी। कज़ाकस्तान में सबसे बडा शहर और व्यापारी केंद्र के रूप में अल्माटी को जाना जाता है। इस शहर के अस्थिरता का झटका कज़ाकस्तान की अर्थव्यवस्था पर पडा है, इसलिए फिर से इस शहर में हिंसक निदर्शन ना हों इसके लिए कज़ाकस्तान की सुरक्षा प्रणाली को हाय अलर्ट जारी किया गया है।

इस दौरान, भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष नूर सुलतान और राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव के बीच सियासी मतभेदों के कारण संघर्ष छिडने का दावा भी किया जा रहा है। राष्ट्राध्यक्ष तोकायेव ने की हुई कार्यवाही के बाद नूर सुलतान के भाग जाने की खबरें सामने आई थीं, परंतु नूर सुलतान ने विडियो प्रसिद्ध करके बताया है कि, वे आज भी कज़ाकस्तान में ही हैं।

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