कारिश ईंधन वायु क्षेत्र के मुद्दे पर हिजबुल्लाह प्रमुख ने इस्रायल को फिर से धमकाया

बैरूत – लेबनान दावा कर रहे कारिश ईंधन वायु क्षेत्र में इस्रायल ने खनन शुरू किया तो हमारे मिसाइलें उसी दिशा में तानी हुई हैं, ऐसा हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला ने धमकाया है। नसरल्ला ने पहले भी इस्रायल को ऐसे ही धमकाया था। कारिश ईंधन वायु क्षेत्र हमारी सीमा का हिस्सा होने का ऐलान इस्रायल ने किया है। इसके साथ ही इस्रायल की ‘एनर्जी मिनिस्ट्री’ ने कारिश ईंधन वायु क्षेत्र जल्ह ही अपने नैशनल गैस ग्रिड से जोड़ा जाएगा, यह घोषित किया था। लेकिन, इस क्षेत्र पर हमारा भी अधिकार होने का दावा लेबनान कर रहा है। इसका दाखिला देकर हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने इस्रायल को धमकाया है।

इस्रायल ने अब तक कारिश क्षेत्र से ईंधन वायु का खनन करना शुरू नहीं किया है। लेकिन, जब कभी इस्रायल यह काम शुरू करेगा, तब इस क्षेत्र पर ताने हुए हिज़बुल्लाह के मिसाइल्स दागे जाएंगे, ऐसा हसन नसरल्ला ने एक समाचार चैनल को दिए संदेश में कहा है। इसके अलावा इस्रायल के नैशनल गैस ग्रिड को लक्ष्य करने की धमकी भी नसरल्ला ने दी है। इसके ज़रिये हम इस्रायल को सख्त संदेश दे रहे हैं, यह दावा भी हिजबुल्लाह प्रमुख ने किया। इस वजह से इस्रायल और हिजबुल्लाह का संघर्ष छिड़ने की और एक वजह सामने आ रही है।

इस्रायल ने सीरिया में किए हमले में ईरान से जुड़े अन्य संगठनों के साथ ही हिजबुल्लाह का भी भारी नुकसान होने की बात सामने आयी थी। इस्रायल ने इन हमलों की ज़िम्मेदारी नहीं स्वीकारी है, फिर भी  किसी भी स्थिति में सीरिया को ईरान-हिजबुल्लाह के हथियारों का भंड़ार बनने नहीं देंगे, ऐसी चेतावनी इस्रायल दे रहा है। साथ ही लेबनान में हिजबुल्लाह की इस्रायल विरोधी हरकतों पर भी हमारी नज़रें जमी हुई होने का बयान इस्रायली सेना अधिकारी कर रहे हैं। हमारे हज़ारों रॉकेटस्‌‍ इस्रायल की दिशा में ताने हुए हैं, ऐसी चेतावनी हिजबुल्ला दे रहा है। गाज़ापट्टी का हमास और अन्य इस्रायल विरोधी संगठनों को साथ लेकर हिजबुल्लाह एक ही समय पर जोरदार हमले करेगा और इस्रायल को धाराशाही कर देगा, ऐसे दावे हिजबुल्लाह के नेताओं ने पहले भी किए थे।

हसन नसरल्लाह की धमकी इसी की अगली कड़ी बनती हैं। अमरीका और पश्चिमी देशों का ईरान से हो रहा परमाणु समझौता आधे में अटकी हुई स्थिति में है। ऐसे में ईरान इस क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा के लिए यह परमाणु समझौता काफी आवश्यक होने का अहसास पश्चिमी देशों के साथ विश्व को भी करा रहा है। इसके लिए ईरान अपनी नियंत्रण की हिजबुल्लाह को प्रभावी रूप से इस्तेमाल कर रहा है। इस्रायल को हिजबुल्ला से मिल रही धमकियाँ करीबी समय में अधिकाधिक तीव्र हो रही हैं, इसके पीछे ईरान की साज़िश की कड़ी संभावना है। इसके अलावा इस्रायल भी हिजबुल्लाह के धमकाने के पीछे ईरान का हाथ होने की बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कह रहा है। इस्रायल का अस्तित्व ही विश्व के नक्शे से मिटाने की धमकी दे रहे ईरान के साथ परमाणु समझौता करके इस देश की विध्वंसक नीति को वैधता बहाल ना करें, ऐसा इस्रायली सरकार का कहना है।

कारिश ईंधन वायु क्षेत्र के विवाद के पीछे आर्थिक कारणों के अलावा इस्रायल की ईरान के साथ सामरिक स्पर्धा की भी पृष्ठभूमि है।

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