वर्चस्ववादी हुकूमत पैसिफिक क्षेत्र के द्वीप समूह देशों पर दबावनीति का इस्तेमाल करेंगे – अमरीका की उप-विदेशमंत्री वेंडी शेर्मन

होनिआरा/टोंगा – रशिया का यूक्रेन पर हमला और चीन के ताइवान के खिलाफ युद्धाभ्यास का ज़िक्र करके विश्व के कुछ वर्चस्ववादी हुकूमतें पैसिफिक क्षेत्र के द्वीप समूह देशों पर दबाव और जोर ज़बरदस्ती का इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐसी गंभीर चेतावनी अमरीका की उप-विदेशमंत्री वेंडी शेर्मन ने दी। शेर्मन फिलहाल पैसिफिक क्षेत्र के दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने टोंगा और सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ के द्वीप देशों की यात्रा की। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन अगले महीने पैसिफिक द्वीप समुह देशों की विशेष परिषद का आयोजन कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर शेर्मन का यह दौरा अहम माना जाता है।

वेंडी शेर्मनचीन ने पिछले कुछ सालों में पैसिफिक क्षेत्र में विस्तारवादी गतिविधियाँ शुरू की हैं। इस क्षेत्र में सामरिक नजरिये से अहम छोटे द्वीप समूह देशों पर नियंत्रण पाने के लिए चीन की शासक हुकूमत विभिन्न तरह से ललचा रही है। इनमें अरबों डॉलर्स की आर्थिक सहायता का समावेश है। चीन की इस कुटील नीति का कुछ देश शिकार बने हैं और उन्होंने चीन के साथ विभिन्न तरह के समझौते किए हैं। सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ जैसे द्वीप समूह देश ने चीन के साथ रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं और यह बात अमरीका और मित्रदेशों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस वजह से चीन की हरकतों को चुनौती देने के लिए अमरीका ने अपने मित्रदेशों के साथ इस क्षेत्र में जोरदार राजनीतिक गतिविधियाँ शुरू की हैं।

वेंडी शेर्मनपिछले कुछ महीनों मे अमरीका और ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ अधिकारियों ने लगातार पैसिफिक क्षेत्र के दौरे शुरू किए हैं। फिलहाल वेंडी शेर्मन का दौरा भी इसी का हिस्सा है। अपने इस दौरे में शेर्मन ने समोआ, टोंगा और सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ इन तीन पैसिफिक द्वीप समूह देशों की यात्रा की। इसके बाद वे अमरीका के मित्रदेश ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़िलैण्ड का भी दौरा करेंगीं। पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमरीका साथ मिलकर गठबंधन करने की कोशिश कर रही है। यह गठबंधन मज़बूत करने के लिए यह दौरा अहम होगा, यह जानकारी अमरिकी अधिकारी ने प्रदान की।

टोंगा की यात्रा के दौरान शेर्मन ने इस देश का सामरिक स्थान काफी अहम होने की बात रेखांकित की। इसके स्थान की वजह से चीन यहां पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, इस पर उन्होंने ध्यान आकर्षित किया। टोंगा का भविष्य टोंगा ही तय करेगा, ऐसा कहकर अमरिकी मंत्री ने चीन के खतरे का अहसास भी कराया। अमरीका ने दूसरे विश्वयुद्ध में टोंगा के लिए संघर्ष किया था, इसकी याद दिलाकर आनेवाले दिनों में भी अमरीका को आपका भागीदार बनना है, ऐसा उप-विदेशमंत्री वेंडी शर्मन ने कहा।

सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ की यात्रा के दौरान भी शेर्मन ने दूसरे विश्वयुद्ध का ज़िक्र करके विश्व के किसी युद्ध की क्या कीमत होती है, यह भूल गए हैं, ऐसी फटकार लगाई। ‘कुछ देशों अतीत से सबक नहीं सिखे हैं और उनका भरोसा जोर-ज़बरदस्ती, दबाव और हिंसा जैसी खोखली और दिवालियां कल्पनाओं पर हैं। आनेवाले दिनों में हमें इनके खिलाफ संघर्ष करना पडेगा’, यह चेतावनी भी उन्होंने इस दौरान दी।

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