ईश्‍वर की इच्छा से ही डोनाल्ड ट्रम्प अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष हो सके – व्हाईट हाऊस की माध्यम सचिव सारा सैंडर्स

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – ‘डोनाल्ड ट्रम्प अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष होना यह ईश्‍वर की इच्छा थी’, ऐसा ‘व्हाईट हाऊस’ की माध्यम सचिव सारा सैंडर्स इन्होंने कहा है| धर्म पर श्रद्धा रखनेवालों को महसूस हो रही चिंता दूर करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने काफी कुछ किया है, ऐसा भी सैंडर्स ने आगे कहा है| एक वृत्तवाहिनी से बात करते समय सैंडर्स इन्होंने किए इस वक्तव्य को विश्‍व भर में प्रसिद्धी प्राप्त हुई है| कुछ सप्ताह पहले ईसाई धर्म उपदेशक ‘फ्रैंक अमेडिया’ इन्होंने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने किए निर्णय यानी ‘येशू क्रिस्त’ दुबारा प्रकट होने के ईश्‍वरी योजना का हिस्सा होने की बात कही थी|

बुधवार के दिन ‘क्रिस्चन ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क’ (सीबीएन) इस वृत्तवाहिनी को दी मुलाकात में सारा सैंडर्स इन्होंने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प, धर्म, आस्था के साथ कई अन्य मुद्दों पर अपनी भूमिका रखी| ‘हम में से हर एक जन अलग अलग समय में अलग अलग भूमिका का फर्ज पूरा करें, यह ईश्‍वर की ईच्छा होती है’, यह कहकर डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्राध्यक्ष होना यह भी एक ईश्‍वर की ही ईच्छा है, यह मुझे एहसास है, ऐसा सैंडर्स ने कहा|

कुछ दिनों पहले डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने अमरिका के कई प्रांतों में शुरू शिक्षा संस्थाओं में क्रिस्चन धर्मियों के पावन ‘बायबल’ का अभ्यास वर्ग शुरू हो रहा है, यह जिक्र करके इन कोशिशों की प्रशंसा की थी| अमरिका में छात्राओं को ‘बायबल’ का अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हो रहा है और देश दुबारा अपने व्युत्पत्ति की जडों की दिशा में मुड रहा है, यह भी ट्रम्प ने आगे कहा था|

अमरिका में अन्य धर्मों का प्रभाव बढ रहा है, ऐसे में अधिकांश अमरिकी जनता का ईसाई धर्म पीछे हो रहा है, यह चिंता इस देश की जनता को सता रही है| पिछले कुछ दशकों से चर्च जाकर नियमित प्रार्थना करनेवालों की संख्या में कटौती हो रही है| इसकी तुलना में अमरिका में अन्य धर्म का प्रसार बढ रहा है, यह स्थिति दर्शानेवाले अहवाल भी सामने आए थे| ऐसे में ही डोनाल्ड ट्रम्प इनका राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए हुआ चयन अमरिका के अधिकांश क्रिस्चन धर्मियों को दिलासा देनेवाली बात साबित हुई है, यह बताया जा रहा है|

ट्रम्प इन्होंने भी जनता की अपेक्षा के नुसार पिछले दो वर्षों में अमरिका में क्रिस्चन धर्मियों की चिंता और समस्या दूर करने के लिए कदम उठाए है| शरणार्थियों की घुसपैठ के विरोध में की कार्रवाई, नशिली पदार्थों का व्यापार और अपराधी झुंडों के विरोध में अपनाई आक्रामक भूमिका और उनके विरोध में उठाए कदम कुछ प्रमुख उदाहरण साबित हुए है| इस पृष्ठभुमि पर व्हाईट हाऊस की माध्यम सचिव सारा सैंडर्स इन्होंने ट्रम्प के चुनाव का संबंध सीधे ईश्‍वरी इच्छा से जोडना ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हो रहा है|

डोनाल्ड ट्रम्प अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष होने के बाद कुछ ही महीनों में क्रिस्चन धर्मिय उपदेशक ‘फ्रैंक अमेडिया’ इन्होंने उनकी सुरक्षा के लिए दुष्ट शक्तियों से हो रहे खतरे के संबंधी इशारा दिया था| इस से सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्हें संरक्षक ढाल खडी करने के लिए श्रद्धालू क्रिस्चन धर्मी ने तैयार हो और उनके लिए प्रार्थना करे, यह निवेदन उन्होंने किया था|

इसी दौरान, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्हें बचाने के लिए ही ‘पोटस शिल्ड’ का गठन भी किया गया था| कुछ सप्ताह पहले अमेडिया इन्होंने ट्रम्प इन्होंने ‘स्पेस फोर्स’ और ‘जेरूसलम’ के संंबंधी निर्णय का समर्थन करके यह निर्णय ईश्‍वरी योजना का हिस्सा होने का दावा किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.