खामेनी के सल्तनत के विरोध में – ईरान के १० शहरों में तीव्र प्रदर्शन

वॉशिंगटन / तेहरान: कुछ भागो के लिए मर्यादित होनेवाले ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन अब १० शहरों में शुरू हुए हैं। सुधारवादी और कट्टरपंथी दोनों का खेल खत्म हुआ है, अमरिका ईरान का शत्रु है, ऐसा वह कहते हैं पर वह झूठ बोल रहे हैं, क्योंकि इरानी जनता का शत्रु यही ईरान में ही है। खामेनी का धिक्कार है, हुकुमशाही का धिक्कार है। बंदूक तोफ इनका प्रभाव खत्म हुआ है, ऐसी घोषणा देकर प्रदर्शकों ने सरकार के विरोध में अपना क्रोध व्यक्त किया है।

पिछले हफ्ते में अमरिकी डॉलर की तुलना में ईरान के चलन रियाल के मूल्य १ लाख १२ हजार रियाल तक पहुंचा था। ईरान के गिरने वाले वित्त व्यवस्था में रियाल के गिरावट में बढ़ोतरी होने के बाद सोमवार को ईरान के औद्योगिक शहर इसफाहन में सरकार के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए हैं। पर आनेवाले ३ दिनों में राजधानी तेहरान के साथ, अहवाज, हमेंदान, कराज, केरमानशाह, मशाद, शिराज, उरमिया और वरामिन इन शहरों में भी सरकार विरोधी प्रदर्शन भड़का है।

खामेनी, सल्तनत, विरोध, १० शहरों, तीव्र प्रदर्शन, ईरान, अमरिकाइन प्रदर्शनों की शुरुआत ईरान में व्यापारीयो ने शुरू किये है। पर फिलहाल ईरान की जनता इस प्रदर्शन में शामिल होने की जानकारी सामने आ रही है। इन प्रदर्शनों के निमित्त से राजधानी तेहरान में दुकान बंद रखी गई है। तथा कई शहरों में क्रोधित नागरिकों ने रास्तों पर आगजनी शुरु कि है और सरकार के विरोध में अपना असंतोष व्यक्त किया है। इरान के सुरक्षा यंत्रणा ने सरकार विरोधी प्रदर्शन रोकने के लिए आंसूधुए का उपयोग किया है। तथा कई प्रदर्शकों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यवाही में कितने प्रदर्शकों को गिरफ्तार भी किया गया है, यह जानकारी उजागर नहीं हो सकी है। पर पुलिस के कार्रवाई के बाद यह प्रदर्शन शुरू है।

सुधारवादी धारणा कार्यान्वित करके ईरान का विकास करने का आश्वासन देनेवाले राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनी इनके कट्टरवादी धारणाओं का ईरान की जनता ने निषेध किया है। महंगाई का निषेध, बेरोजगारी का निषेध, हुकुमशाही का निषेध, अकार्यक्षम अधिकारियों का इस्तीफा ले, जो कोई ईरानी शांत रहेगा वह देशद्रोह का साझेदार होगा, ऐसी घोषणाए देखकर प्रदर्शकों ने ईरान के जनता को इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शामिल होने का आवाहन किया है।

ईरान के खामेनी-रोहानी सल्तनत के विरोध में शुरू इन प्रदर्शनों को अमरिका एवं यूरोप में स्थाई ईरानी जनता से समर्थन मिल रहा है। फ्रांस में रहने वाले ईरानी नेता मरियम रजावी भी ईरानी जनता के इन प्रदर्शनों को अपना पूर्ण समर्थन होने की बात घोषित की है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ईरानी जनता के समर्थन में खड़े रहकर सरकार विरोध की भूमिका लेने की आवश्यकता होने का आवाहन किया है।

दौरान जनवरी महीने से ईरान में जनता ने सरकार के विरोध में शुरू किया प्रदर्शन अधिक तीव्र होते हुए, खामेनी इन की सल्तनत उठाई जा सकती है, ऐसा दावा अमरिका के विश्लेषक कर रहे हैं। वैसा हुआ तो ईरान में खामेनी इनकी सल्तनत उठाई नहीं जाएगी, ऐसा भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने किया दावा झूठलाया जाएगा ऐसा कई अमरिकी विश्लेषकों का कहना है।

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