रशिया-ईरान के मतभेदों की वजह से – भारत अमरिका चर्चा का महत्त्व बढ़ा

नई दिल्ली: भारत एवं अमरिका के विदेशमंत्री एवं रक्षा मंत्रियों की टू प्लस टू चर्चा का प्लान तैयार करने के लिए दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हालही में संपन्न हुई। टू प्लस टू चर्चा वर्तमान समय में शुरु अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उस समय अमरिका ने प्रतिबंध जारी किए रशिया एवं ईरान जैसे देशों से भारत कर रहे शस्त्रास्त्र एवं ईंधन की खरीदारी दोनों देशों में मतभेद का कारण ठहरी है। इन मतभेदों पर बात करके दोनों देश अपने सहयोग व्यापक कर सकते हैं क्या? ऐसा प्रश्न इस निमित्त से पूछा जा रहा है।

रशिया, ईरान, मतभेदों, भारत, अमरिका, चर्चा, महत्त्व बढ़ा, नई दिल्ली, टू प्लस टू चर्चारशिया से एस-४०० मिसाइल भेदी यंत्रणा की खरीदारी भारत कर रहा है और इसपर अमरिका ने आक्षेप जताया था। तथा भारत ईरान से कर रहे ईंधन की खरीदारी के विरोध में भी अमरिका ने भारत को सूचित किया था, ऐसा होते हुए भी रशिया यह भारत को शस्त्रास्त्र एवं रक्षा साहित्य प्रदान करने वाला प्रमुख देश ठहरा है। रक्षा साहित्य का एवं शस्त्रास्त्र के पुरजों के लिए भारत बड़ी तादाद में रशिया पर आज भी निर्भर है। इसकी वजह से भारत रशिया के साथ बना सहयोग नहीं तोड़ सकता यह बात अमरिका के नेता एवं मुसद्दी ध्यान में दिला रहे हैं। इसके लिए अमरिका के प्रतिबंधों के घेरे में भारत नहीं आएगा इस पर ध्यान दे, ऐसा आवाहन अमरिका के नेताओं से तथा मुत्सद्दीयों से किया जा रहा है।

पर भारत ने एस-४०० की खरीदारी के बारे में अमरिका से किसी भी स्वरूप का दिलासा मिलेगा, ऐसा मानना गलत होगा, ऐसी चेतावनी अमरिका ने हालही में दी थी। टू प्लस टू चर्चा पर भी इस मतभेद का परिणाम होने की बात दिखाई दे रही थे। पर भारत ने इस बारे में ठोस भूमिका का स्वीकार करके रशिया से यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी के बारे में कायम रहने की ठान ली है। इसके साथ ही ईरान से ईंधन की खरीदारी रोकी नहीं जा सकती, ऐसा भी भारत में स्पष्ट किया है। इस पृष्ठभूमि पर अमरिका टू प्लस टू चर्चा में कौन सी भूमिका का स्वीकार करेगा इस पर विश्लेषकों का ध्यान लगा हुआ है। साथ ही इस विवादास्पद मुद्दों पर दोनों देशों की सहमति नहीं बनी तो भी दोनों देशों को अन्य अग्रणियों पर सहयोग बढ़ाने के लिए यह चर्चा अत्यंत लाभदायक होगी ऐसा दावा किया जा रहा है।

आतंकवाद विरोधी कार्रवाई, आतंकवादियों के आर्थिक स्रोत पर कार्रवाई, गोपनीय जानकारी का आदान प्रदान, साइबर सुरक्षा ऐसे स्वरुप के ६ मुद्दों पर दोनों देशों के सहयोग पर दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हालही में चर्चा की है। इस दौरान अमरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के डिप्टी अंडर सेक्रेटरी जेम्स मैंकमेंट एवं भारत के अतिरिक्त गृह सचिव रजनी सिब्बल में चर्चा हुई है। इस चर्चा की जानकारी अब तक उजागर नहीं हो सकी है, फिर भी चर्चा में कई महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लिए जाएंगे दोनों देशों के अधिकारियों से दिए जा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.