कोरोना का संकट होने के बावजूद, लंबे समय के लिए ईरान को बंद रखना मुमकिन नही होगा – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी

तेहरान – कोरोना वायरस की महामारी ने ईरान में ४३५७ लोगों की जान ली है। इस महामारी के ७० हजार से भी अधिक मरीज ईरान में मौजूद हैं। आनेवाले दिनों में ईरान में यह महामारी और भी भयंकर रुप धारण करेगी, यह बात स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है, इसके बावजूद ईरान की सरकार ने कुछ मात्रा में आर्थिक व्यवहार शुरू करने का निर्णय किया है। इस महामारी के साथ ही ईरान को बडी आर्थिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से, लंबे समय के लिए आर्थिक व्यवहार पूरी तरह से बंद रखना मुमकिन नही होगा, इसका एहसास ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने अपनी जनता को कराया है।

पिछले २४ घंटों में ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित १२५ लोगों की मौत हुई है। साथ ही, इस महामारी के १८३७ नए मरीज़ महज़ एक दिन में सामने आए हैं। यह महामारी देश में कोहराम मचा रही है, तभी ईरान में अराजकता एवं बेचैनी फैलना शुरू हुआ है। गलतफहमियों एवं अफवाहों का भी ज़ोरदार प्रसार हो रहा है। ‘ख़ास बनावट का मद्य सेवन करने से कोरोना वायरस से स्वयं की सुरक्षा करना संभव है’ इस गलतफहमी में जहरिली शराब का सेवन करने से, ईरान में छ: सौ से भी अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी। कोरोना वायरस की महामारी की तरह ही ईरान को आर्थिक समस्या भी बडी तकलीफ़ दे रही है। परमाणु कार्यक्रम बंद करने से इन्कार करने पर, ईरान के विरोध में अमरिका ने कडे प्रतिबंध लगाए है। इस वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव बना है और ऐसे में, सामने खडी हुई कोरोना वायरस की महामारी के संकट का मुकाबला करने के लिए आवश्‍यक निधि ईरान के हाथ में अब बची ना होने की सच्चाई सामने आयी है। ऐसी स्थिति में, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने आंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष एवं वैश्‍विक बैंक के सामने आर्थिक सहायता प्रदान करने की माँग रखी थी। इस पर अभी ईरान को जवाब प्राप्त नहीं हुआ है। इस कारण, ईरान अब सीमित मात्रा में आर्थिक व्यवहार शुरू करने के लिए मजबूर हुआ दिख रहा है। यही स्पष्ट संकेत राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने दिए हैं।

कोरोना वायरस की महामारी मौजूद होने के बावजूद भी, अमर्याद समय के लिए ईरान में आर्थिक व्यवहार बंद रखना संभव नही है, ऐसा रोहानी ने कहा है। इसी वजह से सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन करके कुछ सरकारी दफ्तर एवं व्यवसाय शुरू करने की अनुमति दी जा रही है, यह जानकारी रोहानी ने साझा की। लेकिन उनके इस निर्णय पर ईरान के विपक्षी दल ने आपत्ति जताई है। राष्ट्राध्यक्ष रोहानी की सरकार आर्थिक समस्याओं का कारण आगे करके नागरिकों की जान से खेल रही है, ऐसी आलोचना ईरान के विपक्षी नेता कर रहे हैं।

कोरोना वायरस की महामारी तेज़ी से फैल रही है और इसके बावजूद भी ईरान की सरकार ने यह निर्णय लेने से, यह देश आर्थिक स्तर पर बेबस होने का चित्र नए से सामने आ रहा है। इसका काफी बडा सियासी एवं सामाजिक असर नजदिकी दिनों में सामने आ सकता है। कोरोना वायरस की महामारी प्रवेश करने से पहले, ईरान में महंगाई, बेरोजगारी के विरोध में जनता सड़कों पर उतरी थी। इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए ईरान की यंत्रणा कठोर कार्रवाई करने पर मजबूर हुई थी। इसकी गुँज आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई दी थी। आनेवाले दिनों में भी, ईरान की सरकार को जनता के असंतोष का सामना करना पड़ सकता है, यही आसार अभी से दिखाई देने लगे हैं।

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