तुर्की की मुद्रा ‘लिरा’ की गिरावट होने से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचने के संकेत

‘लिरा’अंकारा – तुर्की की मुद्रा ‘लिरा’ के मूल्य में रिकार्ड गिरावट आई है और अमरिकी डॉलर्स की तुलना में इसका मोल ११ लिरा से बढ़ गया है| बीते २४ घंटों के दौरान लिरा का मोल चार प्रतिशत घट गया है और उभरती अर्थव्यवस्था के तौर पर पहचाने जा रहे देशों के मुद्रा के मोल की यह सबसे बड़ी गिरावट होने की बात कही जा रही है| बीते कुछ वर्षों में लिरा का मूल्य लगातार कम हो रहा है और इसके पीछे राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन की नीति ज़िम्मेदार बताई जा रही है|

‘लिरा’गुरूवार के दिन तुर्की की सेंट्रल बैंक की बैठक का आयोजन हुआ| इस दौरान मुद्रा लिरा के मूल्य की गिरावट को रोकने के लिए प्रावधानों का ऐलान किया जाएगा, यह माना जा रहा था| लेकिन, असल में इस बैठक के दौरान ब्याजदर अधिक कम करने का निर्णय किया गया| तुर्की की मुद्रा को लगातार झटके लग रहे हैं और ऐसे में किया गया यह निर्णय चौंकानेवाला है, ऐसी प्रतिक्रिया विश्‍लेषक एवं आर्थिक विशेषज्ञों ने दर्ज़ की है|

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी गूँज सुनाई पड़ी है और लिरा की बड़ी गिरावट इसी का हिस्सा है| लिरा का मोल डॉलर की तुलना में भारी ४.१ प्रतिशत कम हुआ है| गुरूवार के दिन एक अमरिकी डॉलर खरीदने के लिए ११.०८७७ लिरा चुकाने पड़ने की बात सामने आयी| कुछ वर्ष पहले एक अमरिकी डॉलर के लिए पांच से छह लिरा अदा करना पड़ रहे थे| इस पृष्ठभूमि पर लिरा के मूल्य में आई गिरावट ध्यान आकर्षित करती है|

‘लिरा’लिरा की इस गिरावट से तुर्की की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुँच रहा है और देश में महंगाई काफी बढ़ रही है| इस वर्ष तुर्की की महंगाई में लगभग २० प्रतिशत बढ़ोतरी की बात सामने आयी है| लिरा की गिरावट और बढ़ती महंगाई के पीछे राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने सेंट्रल बैंक पर ड़ाला हुआ दबाव और अन्य निर्णय ज़िम्मेदार होने की बात कही जा रही है| राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन अर्थव्यवस्था में अधिक निधि उपलब्ध कराने के लिए ज्यादा उत्सुक होने की बात सामने आ रही है|

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