कोरोना का अमरीका पर का हमला पर्ल हार्बर, ९/११ से भी भयंकर – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प

वॉशिंग्टन – ‘पर्ल हार्बर और ९/११ से भी कोरोनावायरस का अमरीका पर का हमला अधिक भयंकर है। इतिहास में अमरीका पर ऐसा भीषण हमला हुआ नहीं है। जहाँ से इस महामारी का उद्गम हुआ, वहीं पर अमरीका पर का यह हमला रोका जा सकता था। लेकिन वैसा नहीं हुआ’, ऐसे भेदक शब्दों में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन को नयी चेतावनी दी है। वहीं, अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने, चीन की वुहानस्थित लॅब में से ही यह संक्रमण हुआ होने के सबूत अमरीका के पास हैं, ऐसा घोषित करके चीन पर का दबाव भारी मात्रा में बढ़ाया है।

जापान ने पर्ल हार्बरस्थित अमेरिकन नौदल के अड्ड़े पर किये हमले के बाद अमरीका और जापान के बीच युद्ध शुरू हुआ था। जापान के हिरोशिमा और नागासाकी इन शहरों पर ऍटमबम फ़ेंककर अमरीका ने दूसरा विश्वयुद्ध ख़त्म किया था। वहीं, ९/११ के हमले के बाद अमरीका ने आतंकवादविरोधी युद्ध का ऐलान कर अफगाणिस्तान और इराक इन देशों पर आक्रमण किया था। इस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कोरोनावायरस की महामारी यानी अमरीका पर हमला है और यह हमला पर्ल हार्बर तथा ९/११ से भी अधिक भीषण है, ऐसा कहकर खलबली मचायी है। उनके इस वक्तव्य के बारे में जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछे, तब ट्रम्प ने, अमरीका कोरोना के अदृश्य शत्रु के साथ लड़ रही है, ऐसा बताकर अपने वक्तव्य की आक्रमकता कुछ मात्रा में कम करने की कोशिश की।

‘यह अलग क़िस्म का युद्ध है। इस युद्ध में हमारा शत्रु अदृश्य है। इससे पहले दृश्य शत्रु के विरोध में अमरीका ने युद्ध जीता था। अदृश्य शत्रु के ख़िलाफ़ युद्ध मुश्किल होने के बावजूद भी अमरीका इस शत्रु का अच्छी तरह से मुक़ाबला कर रही है’, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पत्रकारों से बात करते हुए स्पष्ट किया। इस कोरोनावायरस के संक्रमण से अमरीका में ७२ हज़ार से भी अधिक लोगों ने दम तोड़ा होकर, बारह लाख से भी अधिक लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं।

‘कोरोनावायरस का अमरीका पर हुआ हमला वहीं पर रोका जा सकता था, जहाँ से इस संक्रमण का उद्गम हुआ। लेकिन वैसा नहीं हुआ’, ऐसे सूचक उद्गार कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, इस महामारी के कारण हुए अमरीका के नुकसान के लिए चीन ही ज़िम्मेदार जोने का दोषारोपण किया है। इससे पहले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने इसके लिए ठेंठ चीन को ज़िम्मेदार ठहराया था। अमरीका इस महामारी की तहकिक़ात कर रही है और यदि इसमे चीन ज़िम्मेदार पाया गया, तो इस देश को उसके भयंकर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसा ट्रम्प ने डटकर कहा था। वहीं, अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने, कोरोनावायरस का संक्रमण चीन की वुहानस्थित लॅब में से ही फ़ैला होने के सबूत हैं, ऐसा घोषित करके, इसके आगे चीन पर कार्रवाई अटल होने के संकेत दिये हैं।

अब तक अमरीका लड़े हुए किसी भी युद्ध में कोरोनावायरस के संक्रमण जितनी हानि अमरीका को सहनी नहीं पड़ी थी। इसलिए, इस महामारी के लिए ज़िम्मेदार होनेवाले चीन से ज़बरदस्त मुआवज़ा वसूल किये बग़ैर अमरीका तथा अमरीका के मित्रदेश चुप नहीं बैठेंगे, ऐसा निष्कर्ष कुछ विश्लेषकों ने ज़ाहिर किया था। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष के आक्रमक उद्गार इसकी गवाही दे रहे हैं। कोरोनावायरस की महामारी के कारण फ़िसली हुई अमरीका की अर्थव्यवस्था पुन: पटरी पर ले आने के लिए हर एक अमरिकी नागरिक को अब योद्धा बनना पड़ेगा, ऐसा संदेश भी ट्रम्प ने अपने देशबांधवों को दिया है।

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