चीन और रशिया की तरफ से अमरिकी उपग्रहों को खतरा- अमरिका के रक्षा मुख्यालय की चिंता

वॉशिंग्टन: चीन और रशिया की तरफ से अमरिका की सुरक्षा को बड़ा खतरा निर्माण हुआ है। यह दोनों देश उपग्रहभेदी मिसाइलों का निर्माण तेजी से कर रहे हैं और सन २०२० तक अंतरिक्ष में स्थित अमरिकी उपग्रहों को नष्ट करने की क्षमता चीन और रशिया के पास होगी, ऐसी चिंता अमरिका के रक्षा मुख्यालय ‘पेंटागन’ ने व्यक्त की है। अमरिका के प्रमुख दैनिक ने इस विषय में खबर प्रसिद्ध की है।

अमरिकी रक्षा दल के गुप्तचर विभाग के प्रमुख ने एक रिपोर्ट बनाई है। इस रिपोर्ट में चीन और रशिया ने अन्तरिक्ष युद्ध के लिए अपनी सज्जता बढाने की जानकारी दी है, ऐसा ‘वॉशिंग्टन फ्री बिकन’ दैनिक ने अपनी खबर में कहा है। पिछले कुछ दशकों में अमरिका की व्यवस्था लष्करी और नगरी उपग्रहों के द्वारा मिलने वाली जानकारी पर बड़े पैमाने पर निर्भर है। अमरिका के प्रतियोगी दोनों देश अमरिकी उपग्रहों को लक्ष्य बनाने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसा दावा सदर दैनिक ने किया है।

पेंटागन के पास प्रस्तुत की इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी वाले एक अधिकारी ने दैनिक को दी हुई जानकारी के अनुसार, पृथ्वी की निचली कक्षा में भ्रमण करने वाले अमरिका के उपग्रहों में रुकावट डालना अथवा उनको नष्ट करने की क्षमता चीन और रशिया संपादित करेंगे। इस के लिए रशिया हर साल अपने उपग्रहभेदी मिसाइलों के निर्माण के लिए पांच अरब डॉलर्स खर्च करता है, ऐसा अमरिकी दैनिक ने कहा है।

सन २०१६ में दिसंबर महीने में रशिया ने ऐसी तकनीक से सज्जित मिसाइल का परिक्षण किया था। इस के अलावा रशिया की ‘एस-४००’, ‘एस-५००’ यह मिसाइलभेदी यंत्रणाएं भी अमरिका के उपग्रह भेद सकते हैं, ऐसा दावा अमरिकन दैनिक ने किया है।

रशिया के भी पहले चीन ने उपग्रह भेदी मिसाइलों का निर्माण और परिक्षण करना शुरू किया था, ऐसा आरोप अमरिका ने किया था। सन २०१० से तीन बार चीन ने अपने नाकाम उपग्रह भेदकर शक्ति प्रदर्शन किया था। चीन के इस मिसाइल परिक्षण पर अमरिका ने आक्षेप भी लिया था। चीन अंतरिक्ष युद्ध की तैयारी कर रहा है और अपने उपग्रहों की सुरक्षा खतरे में पड़ने का आरोप अमरिका ने इस के पहले भी किया था। चीन ने अमरिका के इस आरोप को ख़ारिज किया था।

अमरिका के दैनिक में प्रसिद्ध हुई इस खबर के बारे में पेंटागन और संबंधित यंत्रणाओं ने प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन पिछले साल से अमरिकी सुरक्षा यंत्रणा के अधिकारी इस बारे में इशारे प्रसिद्ध कर रहे हैं। अमरिका का लष्करी सामर्थ्य क्षीण करने के लिए चीन और रशिया मिसाइलों का इस्तेमाल करके उपग्रह नष्ट करेंगे, ऐसा दावा अमरिका की राष्ट्रीय गुप्तचर यंत्रणा के निदेशक डॅन कोट्स ने पिछले वर्ष मई महीने में किया था।

दौरान, चीन और रशिया की तरफ से अपने उपग्रहों को होने वाला संभावित खतरा ध्यान में रखकर अमरिका के काँग्रेस और सिनेट ने पेंटागन के वार्षिक प्रावधान में बढ़ोत्तरी की जाए, ऐसा आवाहन सुरक्षा यंत्रणा से संबंधित अधिकारियों ने किया था। इस में अमरिका का हवाई दल और अंतरिक्ष से संबंधित लष्करी शाखा शुरू करने के प्रस्ताव का भी समावेश था। लेकिन अमरिका की काँग्रेस और सिनेट ने इस प्रस्ताव को ठुकराया था।

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