अमरीका का ‘एक्स-३७ स्पेसक्राफ्ट’ परमाणु अस्त्र का वहन करने की क्षमता रखता है – रशियन कंपनी के प्रमुख का दावा

मास्को/वॉशिंग्टन – अमरीका का ‘एक्स-३७ बी’ अंतरिक्ष यान छह परमाणु अस्त्रों का वहन करने में सक्षम है और सन २०२६ तक ऐसें आठ ‘स्पेसक्राफ्ट’ अंतरिक्ष में तैनात करने की अमरीका की योजना है, ऐसा सनसनीखेज दावा एक रशियन रक्षा कंपनी के प्रमुख यान नोविकोव्ह ने किया है। वर्ष २००६ में पहली बार परीक्षण किए गए ‘एक्स – ३७ बी’ का निर्माण वायुसेना के लिए किया गया था। लेकिन, फिलहाल इसका ज़िम्मा ‘यूएस स्पेस फोर्स’ को दिया गया है।

Spacecraft-nuclear-warheads-02-394x217‘अधिकृत स्तर पर ‘एक्स-३७ बी स्पेसक्राफ्ट’ वैज्ञानिक अध्ययन एवं गश्‍त लगाने के लिए विकसित किए होने की बात कही जा रही है। लेकिन, इसकी क्षमता और इससे संबंधित बनी संभावनाओं का विचार करें, तो यह स्पेसक्राफ्ट कम से कम तीन परमाणु हथियारों का वहन करने की क्षमता रखता है। इसके बड़े आकार के स्पेसक्राफ्ट पर छह परमाणु अस्त्र भी तैनात करना मुमकिन होगा’, ऐसा दावा ‘अल्माझ-एंटे’ नामक रशियन रक्षा कंपनी के प्रमुख यान नोविकोव्ह ने किया है। रशिया में हाल ही में आयोजित किए ‘न्यू नॉलेज’ कार्यक्रम में उन्होंने यह दावा किया।

Spacecraft-nuclear-warheads-300x188‘एअर डिफेन्स सिस्टिम्स’, ‘मिसाइल’ एवं राड़ार का निर्माण करनेवाली ‘अल्माझ-एंटे’ यह रशियन कंपनी, रक्षा क्षेत्र में चोटी की कंपनी के तौर पर पहचानी जाती है। वर्ष २०१४ में युक्रैन संघर्ष में शामिल होने का आरोप होने से इस कंपनी पर प्रतिबंध भी लगाए गए थे। ‘अल्माझ-एंटे’ के प्रमुख यान नोविकोव्ह ने यह बयान किया है कि अमरीका ने अंतरिक्ष में छह ‘एक्स-३७ बी’ की तैनाती की है। वर्ष २०२५ तक अमरीका दो नए ‘एक्स-३७ बी’ की तैनाती करने की योजना बना रही है, यह बात भी नोविकोव्ह ने कही। यह रशिया के लिए बड़ी चुनौती साबित होती है, यह चेतावनी भी उन्होंने दी।

Spacecraft-nuclear-warheads-01-400x240वर्ष १९९९ में नासा ने ‘बोर्इंग’ कंपनी को नया ‘ऑर्बिटर प्लेन’ का निर्माण करने का ज़िम्मा दिया था। वर्ष २००४ में यह प्रोजेक्ट अमरीका के रक्षा विभाग को दिया गया। इसके बाद वर्ष २००६ में ‘एक्स-३७ बी’ का पहला परीक्षण किया गया। ‘रियुजेबल रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट’ प्रकार के इस यान की मुहिमें एवं उनके उद्देश्‍य को लेकर रक्षा विभाग ने बड़ी गोपनीयता रखी है। इस वजह से इसका ज़िक्र ‘मिस्टिरिअस स्पेस प्लेन’ के तौर पर भी किया जाता है।

पृथ्वी के नीचले ऑर्बिट में भ्रमण करने की क्षमता ‘एक्स-३७ बी’ की विशेषता समझी जाती है। सितंबर २०१७ से अक्तूबर २०१९ के दौरान ७८० दिन अंतरिक्ष में रहकर इस यान ने नया रिकार्ड स्थापित किया है। १७ मई २०२१ के दिन ‘एक्स-३७ बी’ का फिर से अंतरिक्ष में प्रक्षेपण किए जाने की जानकारी अमरिकी यंत्रणाओं ने प्रदान की है।

इसी बीच, अमरीका ने फिर से ‘ओपन स्काईज ट्रिटी’ में शामिल होने की संभावना ठुकराई है। रशिया ने इस समझौते का उल्लंघन करने से यह समझौता कमज़ोर हुआ है, इन शब्दों में अमरीका के विदेश विभाग ने, फिर से इस समझौते का हिस्सा होने से इन्कार किया है। बीते वर्ष के मई महीने में अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘ओपन स्काईज ट्रिटी’ से बाहर निकलने का ऐलान किया था। इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने विश्‍व के ३४ देशों का समावेश होनेवाले ‘ओपन स्काईज ट्रिटी’ से बाहर निकलने के लिए आवश्‍यक विधेयक संसद में पेश किया था।

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