जैविक युद्ध के खिलाफ सज्जता के लिए ब्रिटिश सैनिकों को ‘अँथ्रेक्स’ का टीका- ब्रिटिश रक्षामंत्री की घोषणा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

लंडन: विदेश में तैनात ब्रिटिश सैनिकों को जैविक और रासायनिक हमलों का सामना करने के लिए विशेष टीका दिया जाएगा, ऐसी जानकारी ब्रिटन के रक्षामंत्री गेविन विल्यमसन ने दी है| इसमें जैविक युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले ‘अँथ्रेक्स’ जैसे घातक जीवाणु विरोधी टीके का समावेश है| ब्रिटन में हाल ही में हुए रासायनिक हमले की पृष्ठभूमि पर यह निर्णय लिया गया है, ऐसा रक्षामंत्री ने कहा है|

विदेश में तैनात किए जाने वाले ब्रिटिश सैनिकों को रसायनिक और जैविक युद्ध का सामना करने पड़ने की संभवना बढ़ गई है, ऐसा इशारा ब्रिटिश रक्षामंत्री ने दिया है| इस वजह से जवानों को ‘अँथ्रेक्स’ विरोधी टीका दिया जाने वाला है, जिससे जैविक और रासायनिक हमलों से बचाव हो सकता है, ऐसा दावा रक्षामंत्री विल्यमसन ने किया है|

‘ब्रिटन इतिहास के निर्णायक मोड़ पर खड़ा है और एक देश के तौर पर महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय आ गया है| स्वस्थ बैठकर होने वाली घटनाओं के परिणामों को बर्दाश्त करना चाहिए अथवा ठोस निर्णय लेकर आगे जाना चाहिए, इसका फैसला करना पडेगा| ब्रेक्झिट की प्रक्रिया चल रही थी, तभी पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ था| सहकारियों से भी अधिक अपने शत्रु इस तरफ बारीकी से देख रहे हैं’, इन शब्दों में ब्रिटन के विरोधक वर्तमान की परिस्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे, ऐसा इशारा रक्षामंत्री ने दिया है|

अँथ्रेक्स

सॅलिसबरी में हुई घटना से रशिया से ब्रिटिश जनता को संभवित खतरा अधोरेखित हुआ है, ऐसा दावा विल्यमसन ने किया है| इस पृष्ठभूमि पर रक्षा क्षेत्र के लिए अधिक निधि का प्रावधान आवश्यक है और रशिया को तीव्र जवाब देने की ब्रिटन की क्षमता है, इसकी समीक्षा भी की जा रही है, ऐसा भी उन्होंने कहा है|

दौरान, नाटो ने रशियन आक्रमण का सामना करने के लिए आयोजित किए गए युद्धाभ्यास में अपनी दो प्रगत विनाशिका भेजने का निर्णय ब्रिटन ने लिया है| यह विनाशिका इटली में होने वाले युद्धाभ्यास के लिए रवाना होने की जानकारी अधिकारी ने दी है|

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