कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका दखल नहीं देगा

कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका दखलअंदाजी नहीं करेगा। अमेरिका अपनी इस भूमिका पर कायम है और यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान द्वारा चर्चा के माध्यम सेही सुलझाना चाहिये, ऐसा खुलासा अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने किया। कश्मीर मुद्दे पर किसी की मध्यस्थी नहीं चलेगी ऐसा भारत ने पहले ही कडे शब्दों में स्पष्ट किया है। इस के बावजूद कश्मीर विवाद सुलझाने के लिये अमेरिका की सहायता लेने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा है। लेकिन जॉन किरबाय ने कश्मीर विवाद में अमेरिकाद्वारा हस्तक्षेप करने की संभवना ठुकराने से पाकिस्तान को मुंह की खानीपडी हैं।India us

भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा हो रही गोलाबारी, आतंकवादी हमले एवं घुसपैठ के कारण पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ रहा है। इसी दौरान दोनों देशों के बीच ‘एनएसए’स्तरीय बैठक भी पाकिस्तान ने रद्द की है। इसी दौरान पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का हल निकालने के लिये अमेरिका की सहायता लेने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान भारत-पाकिस्तान संबंधो में तनाव बढते ही किरबाय ने, कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका की मध्यस्थी करने की संभवना खारिज की। इस के साथ ही आतंकवाद का खात्मा करने के लिए एक देश ने प्रयास करने की जरुरत है, ऐसा कहते हुए किरबाय ने पाकिस्तान को नसीहत दी है। भारत और पाकिस्तान के बीच सुरक्षास्तर की बैठक रद्द होने के बाद पत्रकार परिषद में उन्होंने निराशा जताते हुए अमेरिका की भूमिका स्पष्ट की है।

कश्मीर मुद्दे के साथ ही आंतकवाद के खिलाफ अमेरिका के भूमिका में कोई बदलाव नहीं हुआ है, केवल दोनों देश चर्चा के माध्यम से इस प्रश्‍न का हल निकाले, इसके लिए अमेरिका प्रोत्साहित कर रहा है, ऐसा अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ताने कहा। गौरतलब है कि, आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान ठोस भूमिका नहीं अपना रहा है, इस वजह से अमेरिकाने पिछले ही हफ्ते पाकिस्तान को दी जा रही आर्थिक मदत रोकने का फैसला लिया।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को आर्थिक मदत मिलती रही है। पर इस आर्थिक मदत का      इस्तेमाल पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए करता है, इसके सबूत भारतने कई बार रखे हैं। अमेरिका के खुफिया एजन्सीने भी इस संदर्भ में चिंता जताते हुए पाकिस्तान को आर्थिक मदत न करने का आवाहन किया था। पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कारवाई नहीं कर रहा। आतंकवाद को सहायता करने के पाकिस्तान की भूमिका में कोई बदलाव दिखाई नहीं देता, ऐसी आलोचना अमेरिका के जानकारो ने की है। इन वजहों से अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को मिलनेवाली सभी प्रकार की मदत रोकी जा सकती है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

गौरतलब है कि, कश्मीर प्रश्‍न सुलझाने के लिये तीसरे देश की सहायता लेने की पाकिस्तान की कोशिश भारत ने कई बार विङ्गल की है। कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय है, भारत और पाकिस्तान के बीच ही इस पर चर्चा की जाएगी ऐसा कहते हुए किसी अन्य देश की मध्यस्थी या समावेश इस चर्चा में नहीं चलेगी ऐसा भारत ने अमेरिका को स्पष्ट रुप से पहले ही कहा है। भारत की इस भूमिका को देखते हुए अमेरिका ने भी कश्मीर मुद्दे पर हस्तक्षेप करने से दूरी बनाई है।

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