‘एनएसए’ बैठक से पिछे हटने पर पाकिस्तान की आलोचना

आतंकवाद के निपटारा संबंधित चर्चा करने की दिशा में कदम बढाने हेतु आयोजित भारत और पाकिस्तान ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार’ (एनएसए) स्तरीय बैठक पाकिस्तान ने रद्द कर दी है। उफा में भारत-पाकिस्तान प्रधानमंत्री द्वारा हुई चर्चा के मुताबिक इस बैठक का आयोजन हुआ था। इस बैठक में कश्मीर संबंध में चर्चा करने पर जोर देकर पाकिस्तान ‘एनएसए’स्तरीय चर्चा करने से मुकर गया। इस दौरान ‘एनएसए’ बैठक में शामिल ना होने का पाकिस्तान का निर्णय पाकिस्तानी सेना के दबाव में हुआ है, ऐसी दावेदारी हुई। आतंकवाद संबंध में तय बैठक कश्मीर मुद्दा उपस्थित करके रद्द करने की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताझ की नीति बेमतलब और बेतुकी है, ऐसी आलोचना भी हो रही है।india pakistan

भारत-पाकिस्तान संबंध मजबूत करने के दिशामें हो रहे दोनों देशोंके प्रयत्न पाकिस्तानी सेना को मंजूर नही। इसी कारण भारत-पाकिस्तान वार्तालाप के समय पाकिस्तानी सेना गोलाबारी करके भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढाने की नीति अपनाती रही है। ‘एनएसए’स्तरीय बैठक के पूर्व पाकिस्तानी सेनाद्वारा ठीक 11 दिन भारतीय सीमापर हमले हुए। इन हमलों के कारण सीमा से सटे इलाकों में बसे गाँवों में भय का माहौल बना रहा। लेकिन पाकिस्तानी सेना की इन करतूतों  के बाद भी भारत ‘एनआयए’बैठक में शामिल होने पर कायम रहा। इसी दौरान उधमपूर में बीएसएफ के काफिलें पर हुए हमलें में शामिल उस्मान नावेद भारत के शिकंजे में आया। उस्मान नावेद ने पाकिस्तान में शुरू भारत विरोधी गतिविधियों का चिट्टा खोल दिया। लष्कर ए तोयबा और दाऊद इब्राहिम द्वारा भारतीय विमान का अपहरण करने के लिये रची साजिश का?भी नावेद ने भारत में हुई तहकिकात के दौरान पर्दाफाश किया। गौरतलब है कि, मुंबई में हुए 1993 के बम धमाकों के साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम की पाकिस्तान में ही छिपने की बात भी स्पष्ट हुई। इन घटनाओं के साथ ही पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह दे रहा है और पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को सहयोग दे रही है, इसके पुख्ता सबूत सामने आये।

इस पृष्ठभूमि पर ‘एनआयए’स्तरीय बैठक होती तो पाकिस्तान को मुँह की खानी पडती। इसके आसार स्पष्ट होने के कारण ही ‘एनएसए’ बैठक से मॅुंह मोडने का प्रयत्न पाकिस्तान द्वारा हुआ। इसी कोशिश में पाकिस्तान ने ‘एनएसए’स्तरीय चर्चा में ‘कश्मीर’ पर चर्चा करने पर जोर दिया। वही भारत ने उफा में तय हुए मुद्दों के आधार पर ही ‘एनएसए’स्तरीय बैठक में चर्चा करने की जरूरत स्पष्ट की। इसके साथ ही ‘एनएसए’बैठक में कश्मीर पर बातचीत करने की पाकिस्तान की माँग ठुकराकर भारत ने सिर्फ आतंकवाद के सिलसिले पर बातचीत होने की अहमियतता स्पष्ट की।

इसी दौरान पाकिस्तान ने ‘एनएसए’बैठक के पहले कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मिलने की बात कही और ‘जम्मू-कश्मीर’ का मुद्दा उपस्थित करके ‘एनएसए’ बैठक होने के बीच मुश्कीले बढायी। पाकिस्तान की शर्ते भारत ने ठुकराते ही पाकिस्तान ने ‘एनएसए’ बैठक भारत की शर्तोंपर नही होगी, कहकर ‘एनएसए’ बैठक रद्द की।

पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताझ अझिज ने पत्रकार परिषद में ‘एनएसए’बैठक नाकाम करने के लिये भारत को जिम्मेदार करार देने की कोशिश की। अझिज की परिषद के बाद, भारत के विदेशमंत्री स्वराज स्वरूप ने पत्रकार परिषद में ही ‘एनएसए’स्तरीय बैठक के सिलसिले में भारत की भूमिका स्पष्ट की। उङ्गा में हुई चर्चा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ ने इस बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा करने पर सहमति दशाई थी, इस पर भारतीय विदेश मंत्री ने जोर दिया। उफा चर्चा के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान में जोरदार आलोचना हुई और इसी पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री शरीफ को अपना फैसला बदलना पडा।

इसी दौरान ‘जम्मू-कश्मीर’ के मुद्दे पर अलग से द्विपक्षीय स्तर पर बातचीत होगी, यह बात विदेशमंत्री स्वराज ने स्पष्ट की। इसके साथ ही, पहले पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत करे, बाद में ‘जम्मू-कश्मीर’ के मुद्दे पर चर्चा हो जायेगी, यह विदेशमंत्री ने स्पष्ट किया।

जम्मू-कश्मीर के उधमपूर के आतंकी हमले में जीवित पका गया ‘नावेद’ पाकिस्तान का पर्दाफाश करने के लिए काफी है, यह विदेशमंत्री ने कहा। नावेद पाकिस्तान का है, यह खुद नावेद ने कबूल किया था। ‘एनएसए’ बैठक में भारत पाकिस्तान के सामने यह मुद्दा उपस्थित करनेवाले थे, इसी कारण डरकर पाकिस्तान की बैठक रद्द कर दी गई। ‘एनएसए’ बैठक रद्द होने के बाद अमेरिका ने अफसोस जताया।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व  में भारत ‘प्रादेशिक सुपरपॉवर’ जैसा दिखावा कर रहा है। भारत की यह रणनीति सफल नही होगी, ऐसा दावा अझिज ने किया। साथ ही पाकिस्तान के पास भारत के ‘रॉ’ के खिलाफ सबूत होने का दावा अझिज ने किया।

भारत-पाकिस्तान के बीच 23 और 24 अगस्त को होनेवाली ‘एनएसए’ बैठक रद्द होने के बाद दोनों देशों के प्रसारमाध्यमों ने इस मुद्दे पर बडे पैमाने पर चर्चा की। उङ्गा में हुई चर्चा से हटकर ‘एनएसए’स्तरीय बैठक में कश्मीर पर चर्चा करने का पाकिस्तान का आग्रह बेतुका होने के बावजूद पाकिस्तान के माध्यमों ने यह चर्चा रद्द होने के लिये भारत को जिम्मेदार ठहराया। पाकिस्तानी माध्यमों की यह दावेदारी सेना के दबाव का परिणाम माना जा रहा है। वही, दाऊद के पाकिस्तान में रहने के सबुत सामने आने के साथ उधमपूर में पकडे गये आतंकी नावेद ने दी जानकारी से पाकिस्तान के पैरो तल से जमीन खिसक जाने से पाकिस्तान ‘एनएसए’ बैठक से भाग खडा हुआ है, यह भारतीय प्रसारमाध्यमों ने स्पष्ट किया।

रशिया के उफा में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों में हुई बैठक का ‘जाँईट स्टेटमेंट’ ध्यान में लिया जाय तो ‘एनएसए’ बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर ही चर्चा होनी जरूरी थी और इस बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा संभव नही थी, यह स्पष्ट करके भारत-पाकिस्तान संबंध के विषय के कई विशेषज्ञोंने ‘एनएसए’ बैठक की पृष्ठभूमि पर सरताज अझिज ने अपनाई नीति की आलोचना की है। इसके साथ ही भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल का सामना करने की क्षमता पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार सरताज अझिज में नही है, ऐसी दावेदारी पाकिस्तान के कुछ विशेषतज्ञों ने की।

‘एनएसए’ बैठक रद्द होने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ की भूमिका का इंतजार किया जा रहा था। जम्मू-कश्मीर की अलगाववादी ‘हुरियत’ यह कोई तीसरी पार्टी नही, ऐसा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा। ‘जम्मू-कश्मीर’ के बिना भारत और पाकिस्तान के बीच चर्चा नही हो सकती, यह दावा कर के पाकिस्तान के प्रधानमंत्रीने उफा में दशाई सहमति के विपरित भूमिका अपनाई।

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