अफगानिस्तान को अस्थिर नहीं होने देंगे – राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी का अफगानियों को आश्‍वासन

ashraf-ghani-assures-afghan-people-2काबुल – ‘आज अफगानी लोगों को खुद के वर्तमान और भविष्य का डर महसूस हो रहा है। लेकिन आपके राष्ट्राध्यक्ष के रूप में मैं आश्वस्त करता हूँ कि अफगानिस्तान को अधिक अस्थिर होने नहीं दिया जाएगा। इसके आगे अफगानी जनता विस्थापित नहीं होगी। इसके लिए मैंने देश और विदेश के नेताओं के साथ चर्चा शुरू की होकर, जल्द ही इसके परिणाम आपके सामने आयेंगे’, ऐसा संदेश अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने दिया। तालिबान के आतंकवादी राजधानी काबुल से १० किलोमीटर की दूरी तक आ पहुँचे हैं। राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ये अफगानिस्तान छोड़कर भाग गए हैं और अगले कुछ घंटों में तालिबान काबुल पर कब्ज़ा करेंगे, ऐसा प्रचार पाकिस्तान ने शुरू किया था। उस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्राध्यक्ष गनी ने अफगानी जनता को किया आवाहन महत्वपूर्ण साबित होता है। इसी बीच, अमरीका के तीन हज़ार मरिन्स शनिवार सुबह को ही काबुल में दाखिल हुए हैं।

ashraf-ghani-assures-afghan-people-3अफगानिस्तान के दो तिहाई भूभाग पर तालिबान ने अपनी हुकूमत स्थापित की है। ३४ में से १८ प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा करने वाले तालिबान के आतंकवादी काबुल प्रांत की सीमा में दाखिल होने की खबरें सामने आ रहीं हैं। अगले ७२ घंटों में राजधानी काबुल पर तालिबान कब्ज़ा करेंगे, ऐसा दावा अमरीका के एक न्यूज़ चैनल ने कुछ घंटे पहले किया। उसी में, अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी खाड़ी देश में और उपराष्ट्राध्यक्ष अमरुल्ला सालेह ताजिकिस्तान में भाग गए होने का अपप्रचार पाकिस्तान द्वारा शुरू हुआ था।

लेकिन शुक्रवार को सालेह और शनिवार को राष्ट्राध्यक्ष गनी ने अफगानी जनता को संबोधित करके पाकिस्तान के अपप्रचार की धज्जियाँ उड़ाईं। पिछले कुछ महीने तालिबान के आतंकी और उनके समर्थकों के विरोध में वीरता से लड़नेवाले और देश की रक्षा करनेवाले अफगानी जवानों का राष्ट्राध्यक्ष गनी ने शुक्रिया अदा किया। वर्तमान मुश्किल दौर में अफगानिस्तान की सुरक्षा और रक्षा बलों का पुनर्गठन, यह अपने लिए प्राथमिकता होकर उसके लिए आवश्यक उपाय योजना जारी है, ऐसा गनी ने कहा।

‘पिछले २० सालों में अफगानी जनता ने कमाई हुई शांति, स्थिरता, निजी मालमत्ता इनका विध्वंस नहीं होने देंगे। अफगानी लोगों पर युद्ध थोंपा नहीं जाएगा’, ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष गनी ने देशांतर्गत तथा विदेशी नेता, अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएँ इनके साथ चर्चा शुरू की है, ऐसा ऐलान किया। शनिवार शाम को अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ने कुछ राजनीतिक नेता और टोली प्रमुखों से चर्चा करने की फोटोग्राफ्स जारी हुईं। वहीं, कतार के विदेश मंत्री अल-थानी ने दोहा में आयोजित बैठक में, तालिबान का नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात करके संघर्ष बंदी का आवाहन किया।

ashraf-ghani-assures-afghan-people-1तालिबान के आतंकवादियों ने शनिवार सुबह पाकिस्तान की सीमा से सटे पाकतिका प्रांत की राजधानी शरना पर कब्ज़ा किया। वहीं, कंदहार में एक और रेडियो स्टेशन पर तालिबान ने कब्ज़ा किया। अफगानिस्तान के मझार-ए-शरिफ इस पश्चिमी शहर के लिए तालिबान ने बड़ी मुहिम छेड़ी है। मझार-ए-शरिफ की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्राध्यक्ष और प्रभावी टोलीप्रमुख रशिद दोस्तम के पास है। दोस्तम और राष्ट्राध्यक्ष गनी ये तालिबान की हिटलिस्ट पर होने का दावा किया जाता है।

इसी बीच, अमरीका के तीन हजार मरिन्स शनिवार सुबह राजधानी काबुल में दाखिल हुए हैं। काबुल में अमरीका के दूतावास और उसमें नियुक्त अपने अधिकारियों की सुरक्षित वापसी के लिए यह तैनाती है, यह पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने स्पष्ट किया। इसकी तैयारी शुरू हुई होकर, अमरिकी दूतावास की संवेदनशील जानकारी नष्ट की जा रही है। अफगानिस्तान में अमरीका के ६५० जवान पहले से ही तैनात हैं। वहीं, अगले कुछ घंटों में अगर तालिबान ने काबुल स्थित अमरीका के हितसंबंधों को खतरा पहुँचाया, तो कतार और कुवैत में अमरीका के लगभग ३५०० जवान अगली कार्रवाई के लिए तैयार बैठे होने की जानकारी किर्बी ने दी।

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