काबुल में हुए विस्फोटों में 7 लोगों की मौत – ‘आईएस’ का हाथ होने का शक

काबुल – अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में करवाए गए विस्फोटों में 7 लोगों की जानें गई हैं। पश्चिम काबुल में स्थित ‘दस्त-ए-बर्चि’ इलाके के स्कूल तथा ट्यूशन सेंटर को लक्ष्य किया गया। इस इलाके में शिया पंथियों का वास्तव्य होकर, विस्फोटों द्वारा इस समुदाय में डर का माहौल पैदा करने की कोशिश हुई, ऐसा दावा स्थानीय लोगों ने किया। हालाँकि विस्फोटों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किसी भी संगठन ने नहीं किया है, फिर भी इसके पीछे ‘आईएस’ का हाथ बताया जाता है। पिछले साल मई महीने में इसी इलाके के लड़कियों के स्कूल पर भीषण आतंकवादी हमला किया गया था।

पश्‍चिम काबुल के ‘अब्दुल रहिम शहिद हायस्कूल’ के बाहर दो विस्फोट करवाए गए। तीसरा विस्फोट स्कूल से कुछ ही दूरी पर होनेवाले एक ट्यूशन सेंटर में करवाया गया। स्कूल में हुए विस्फोटों के लिए ‘आयईडी’ विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, ट्यूशन सेंटर पर ग्रेनेड फेंके गए, ऐसा बताया गया। विस्फोटों में 7 लोगों की जानें गई होकर, 15 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। जख्मियों में स्कूली बच्चों का समावेश है।

‘दस्त-ए-बर्चि’ इलाके में हजारा शिया पंथियों का भारी संख्या में वास्तव्य है। अफगानिस्तान के ‘आईएस’ ने पिछले कुछ साल लगातार देश के शिया पंथियों को लक्ष्य करने की कोशिश की है। पंथियों की शिक्षा संस्थाएँ, सांस्कृतिक केंद्र, मैदान इन पर हमले किए गए हैं। इनमें सैकड़ों लोगों की जानें गई होकर हजारा पंथियों ने हमलों के विरोध में प्रदर्शन भी किए हैं।

पिछले साल तालिबान ने अफगानिस्तान की बागडोर संभालने के बाद कुछ समय के लिए हमलों का प्रमाण कम हुआ था। लेकिन उसके बाद अब फिर से ‘आईएस’ ने अपने हमलों में वृद्धि की दिखाई दे रही है। अफगानिस्तान में बनी तालिबान की सरकार कठपुतली होने के तथा इस्लाम विरोधी होने के आरोप ‘आईएस’ द्वारा किए गए हैं। ‘आईएस’ अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहा होने की बात भी सामने आई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.