अफगानिस्तान स्थित अपने नागरिकों को अमरीका और ब्रिटेन की चेतावनी

afghanistan-us-britain-2काबुल – ‘आईएस’ के आतंकी अफगानिस्तान में पीछे रहे विदेशी नागरिकों को लक्ष्य कर सकते हैं। इस कारण अफगानिस्तान में बड़े-बड़े होटलों में रहनेवाले विदेशी नागरिक फौरन वहाँ से बाहर निकलें, काबुल का सेरेना होटल छोड़ दें, ऐसी चेतावनी अमरीका और ब्रिटेन ने जारी की। पिछले हफ्ते आईएस के आतंकी ने कुंदूझ स्थित प्रार्थना स्थल पर किए भीषण आत्मघाती हमले की पृष्ठभूमि पर, अमरीका और ब्रिटेन ने यह चेतावनी देने का दावा किया जाता है। वहीं, दोहा में तालिबान के साथ संपन्न हुई बैठक के बाद अमरीका ने अपने नागरिकों को सतर्क किया है, ऐसा कुछ विश्लेषकों का कहना है।

अमरीका और ब्रिटेन के विदेश मंत्रालयों ने सोमवार को स्वतंत्र चेतावनी जारी की। इनमें से अमरीका के विदेश मंत्रालय ने खुलेआम सेरेना होटल का ज़िक्र करके अमरिकी नागरिकों को यह होटल छोड़ने की तथा इस होटल से दूर रहने की सूचना की। वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने काबुल के होटल में रहने का खतरा ना मोल लें, ख़ासकर सेरेना होटल छोड़ दें, यह जताया। इन दोनों देशों ने सेरेना होटल का ज़िक्र करने के कारण इस चेतावनी की गंभीरता बढ़ी है।

afghanistan-us-britain-1अगस्त महीने में अमेरिका और ब्रिटेन की सेना वापस ही के साथ इन देशों के अधिकांश नागरिक भी वापस लौटे थे। लेकिन अभी भी कुछ नागरिक अफगानिस्तान के अलग-अलग इलाकों में फँसे होने का दावा किया जाता है। वहीं, कुछ नागरिक स्वयंसेवी तथा अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के तहत अफगानिस्तान में काम कर रहे हैं। ये अमरिकी और ब्रिटिश कर्मचारी तथा अधिकारी सेरेना होटल का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही विदेशी नागरिकों की भी इस होटल में बड़ी भीड़ रहती है।

afghanistan-us-britain-3डेढ़ महीने पहले तालिबान ने इस होटल पर कब्ज़ा किया था। तब से इस होटल की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी तालिबान पर है। पिछले हफ्ते आईएस के आतंकवादी ने कुंदूझ स्थित शिया पंथियों के प्रार्थना स्थल पर आत्मघाती हमला किया। इस विस्फोट में कम से कम १०० लोग मारे गए। अफगानिस्तान में तालिबान की हुकूमत के खिलाफ इसके आगे भी ऐसे हमले किए जाएँगे, ऐसी चेतावनी आईएस ने दी थी। इस कारण आईएस के आतंकी सेरेना होटल को लक्ष्य करेंगे, ऐसी चिंता अमरीका और ब्रिटेन को सताती होगी, ऐसा दावा किया जाता है।

इससे पहले सन २०१४ में तालिबान के ही आतंकियों ने सेरेना होटल पर हमला किया था। उसमें नौं और सन २००८ में इस होटल पर हुए आत्मघाती विस्फोट में छह लोगों की जानें गईं थीं। उसके बाद पिछले महीने सेरेना होटल चर्चा में आया था। तालिबान ने काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद तालिबान के बरादर और हक्कानी गुटों में सत्ता स्थापना का पेंच निर्माण हुआ था। उस समय हक्कानी नेटवर्क इस आतंकवादी संगठन का अपने हितों के लिए इस्तेमाल करनेवाली ‘आईएसआई’ इस कुख्यात पाकिस्तानी गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख फैझ हमीद सेरेना होटल में दाखिल हुए थे।

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