ऑस्ट्रेलिया और अमरीका के बीच ढ़ाई अरब डॉलर्स का रक्षा समझौता

कैनबेरा/वॉशिंग्टन – इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती हरकतों का खतरा ध्यान में रखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी रक्षा तैयारी बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। इसके एक हिस्से के तौर पर अमरीका के साथ ढ़ाई अरब डॉलर्स का रक्षा समझौता किया गया है। इस समझौते के अनुसार ऑस्ट्रेलिया ने अमरीका से टैंक और बख्तरबंद गाड़ियाँ खरीदने के लिए कदम उठाया है। ऑस्ट्रेलिया के रक्षामंत्री पीटर डटन ने इस समझौते की जानकारी साझा की।

ऑस्ट्रेलिया और अमरीकापिछले कुछ वर्षों से ऑस्ट्रेलिया ने चीन के वर्चस्ववादी हरकतों के खिलाफ लगातार आवाज उठाई है। ऑस्ट्रेलिया के इस विरोध की वजह से चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत काफी बौखलाई हुई है और व्यापारयुद्ध छिड़ने के साथ ही धमकाने में जुटी है। चीन की इस दमन नीति को ऑस्ट्रेलिया जैसे को तैसा प्रत्युत्तर दे रहा है और रक्षा क्षमता बढ़ाने की कोशिश भी इसी का हिस्सा है।

कुछ महीने पहले ऑस्ट्रेलिया ने अमरीका और ब्रिटेन के साथ ‘ऑकस डील’ को मंजूरी प्रदान की थी। इस समझौते के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया को आठ परमाणु पनडुब्बियाँ प्राप्त होंगी। इसके बाद पिछले महीने में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण कोरिया के साथ रक्षा समझौता करके ‘के ९’ तोपों की खरीद करने का निर्णय किया है। कुछ दिन पहले जापान के साथ भी रक्षा समझौता किया गया है। अमरीका से टैंक और सशस्त्र वाहन खरीदने का किया निर्णय ऑस्ट्रेलिया द्वारा पिछले चार महीनों में चौथा समझौता है।

२.५ अरब डॉलर्स के नए समझौते के अनुसार ऑस्ट्रेलिया ७५ ‘अब्राम्स’ टैंक के साथ ५० से अधिक सशस्त्र वाहन एवं यंत्रणा खरीद रहा है। यह टैंक और यंत्रणा वर्ष २०२५ तक ऑस्ट्रेलिया के रक्षाबलों में तैनात होंगे, यह दावा सूत्रों ने किया।

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