रक्षाबलों में दक्षिणपंथी विचारधारा का प्रभाव रोकने के लिए अमरीका के नए रक्षामंत्री ने दिए ‘स्टैण्ड डाऊन’ के आदेश

वॉशिंग्टन – अमरिकी रक्षाबलों में देखा गया दक्षिणपंथी विचारधारा का प्रभाव हमारे सामने खड़ी हुई बड़ी चुनौती होने का अहसास राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के प्रशासन को हो रहा है। इसी कारण अमरीका के नए रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने ‘स्टैण्ड डाउन’ के आदेश दिए हैं। इसके अनुसार अगले साठ दिनों में, किसी भी एक दिन अमरिकी रक्षाबलों के सैनिकों को उन्होंने सेवा में दाखिल होने से पहले ग्रहण की हुई शपथ की याद दिलाई जाएगी। बीते महीने में अमरीका के कैपिटल हिल में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि पर ये आदेश दिए जाने की बात दिख रही है।

अमरीका के रक्षाबलों के सैनिकों को दी जानेवाली शपथ के बुनियादी तत्वों के खिलाफ जानेवाली हरकतें बर्दाश्‍त नहीं की जाएँगी। इसमें कट्टरतावाद एवं अलगाववादी विचारधारा से संबंधित हरकतों का भी समावेश है। अमरीका के रक्षाबलों के सैनिक, असैनिक कर्मचारी एवं रक्षाबल के ध्येय का समर्थन करनेवाले हर एक को वंशभेद, द्वेष और उत्पीड़न से मुक्त माहौल प्राप्त करने का अधिकार है’, इन शब्दों में अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने रक्षाबलों को ‘स्टैण्ड डाउन’ के आदेश जारी किए हैं।

बीते हफ्ते में अमरीका के नए रक्षामंत्री ने देश के रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिली और अन्य प्रमुख रक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने अमरिकी रक्षाबलों में दक्षिणपंथी विचारधारा का प्रभाव होनेवालों की संख्या हालाँकि कम है, लेकिन जितनी अन्य लोगों को यह बात लगती है, उतनी वह आम नही हैं, यह कहकर ‘स्टैण्ड डाउन’ आदेश देने के संकेत दिए। शुक्रवार के दिन रक्षामंत्री ऑस्टिन ने ये आदेश जारी किए हैं, यह जानकारी प्रवक्ता जॉन किरबाय ने प्रदान की।

अमरीका के कैपिटल हिल पर ६ जनवरी के दिन हुई हिंसा के मामलों में कई लोगों पर मुकदमे दर्ज़ किए गए हैं और इसमें से कम से कम २० प्रतिशत रक्षाबलों से संबंधित होने की जानकारी सामने आ रही है। इनमें वायुसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी, ‘नेव्ही सील’ के सेवानिवृत्त अधिकारी एवं सेना के ‘कैप्टन’ का समावेश है। हिंसा की घटना के बाद शपथग्रहण समारोह के लिए तैनात किए गए ‘नैशनल गार्डस्‌’ के १० से भी अधिक सैनिकों को संबंधित टुकड़ी से अलग किया गया था।

अमरीका की जाँच यंत्रणा ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’ (एफबीआय) एवं रक्षा विभाग के ‘मरिन कोअर’ विभाग ने, दक्षिणपंथी विचारधारा के बढ़ते प्रभाव के मुद्दे पर रपट भी पेश की है। ‘एफबीआय’ ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार, सेना के १४३ पूर्व एवं मौजूदा सैनिकों के खिलाफ, आक्रामक दक्षिणपंथी विचारधारा का प्रभाव एवं हिंसा के मामलों में जाँच हो रही है। इसी बीच ‘मरिन कोअर’ में, बीते तीन वर्षों में आक्रामक विचारधारा के प्रभाव से संबंधित १६ मामले देखें गए हैं, ऐसा कहा जा रहा है।

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