बायडेन को रोकने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प अमरीका में ‘मार्शल लॉ’ लागू करेंगे – लष्करी दायरे में चर्चा शुरू होने का माध्यमों का दावा

वॉशिंग्टन – आगामी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन सत्ता की बागड़ोर ना सँभालें, इसके लिए अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ‘मार्शल लॉ’ लागू कर सकते हैं, ऐसी ज़ोरदार चर्चा अमरीका के लष्करी दायरे में शुरू हुई है। अमरीका का अग्रसर साप्ताहिक ‘न्यूजवीक’ ने ऐसा दावा किया है। अमरिकी लष्कर के विद्यमान और पूर्व अधिकारियों से की चर्चा के बाद यह दावा कर रहे हैं, ऐसा साप्ताहिक ने कहा है। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने एक ट्विट करके ‘मार्शल लॉ’ से संबंधित यह ख़बर यानी ‘फेक न्यूज’ होने की बात कहते हुए यह ख़बर ठुकरा दी है। लेकिन अमरीका के रक्षा विभाग में इस संदर्भ में संभावनाओं तथा विकल्पों के बारे में बातचीत शुरू होने की ख़बरें दी जा रहीं हैं।

पिछले महीने में हुए राष्ट्राध्यक्षपद के चुनाव में डेमोक्रॅटस् पार्टी के उम्मीदवार ज्यो बायडेन को सर्वाधिक वोट्स मिले होकर, ‘इलेक्टोरेल कॉलेज’ इस यंत्रणा ने भी बायडेन के चयन पर मुहर लगाई है। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, कुछ राज्यों में वोटिंग में बड़े घोटाले हुए होने का आरोप करके, वे विजयी होने के दावे किये हैं। इस मुद्दे पर उन्होंने शुरू की न्यायालयीन लड़ाई असफल हुई होकर, ट्रम्प अन्य मार्ग टटोल रहे हैं ऐसा बताया जाता है।

कुछ दिन पहले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के पूर्व सालाहकार होनेवाले मायकल फ्लिन ने, ‘मार्शल लॉ’ के विकल्प के बारे में बात की थी। एक न्यूज़ चैनल को दिये इंटरव्यू में, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प उनके लष्करी अधिकारों का इस्तेमाल करके कुछ राज्यों में पुन: मतदान आयोजित करायें, ऐसा बयान किया था। इस बयान के बाद मायकल फ्लिन और ट्रम्प के क़ानूनी सलाहकारों की व्हाईट हाऊस में राष्ट्राध्यक्ष के साथ बैठक होने की ख़बर भी सामने आयी थी। इस बैठक में फ्लिन और ट्रम्प के कुछ निकटवर्तियों ने ज़ाहिर रूप में राष्ट्राध्यक्ष को ‘मार्शल लॉ’ लागू करने का मशवरा दिया था, ऐसा दावा सूत्रों ने किया।

इस ख़बर के बाद, आर्मी सेक्रेटरी रायन मॅक्कार्थी और लष्करप्रमुख जनरल जेम्स सी. मॅक्कॉनविल ने संयुक्त निवेदन जारी किया। ‘अमरीका के चुनाव का नतीजा तय करने में अमरिकी लष्कर की कुछ भी भूमिका नहीं’, ऐसा खुलासा इसमें किया गया। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ट्विट करके ‘मार्शल लॉ=फेक न्यूज’ ऐसा कहते हुए, यह बुरी पत्रकारिता का भाग है, ऐसी आलोचना की। लेकिन इस स्पष्टीकरण के बाद भी ‘मार्शल लॉ’ के बारे में चर्चा अभी भी थमी नहीं है, ऐसा सामने आ रहा है। अमरीका का रक्षा मुख्यालय ‘पेटॅगॉन’ के वरिष्ठ अधिकारियों में इस मुद्दे पर बातचीत जारी होकर, इस बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी व्हाईट हाऊस तक नहीं पहुँचेगी इसका ख़याल रखा जा रहा है, ऐसा दावा माध्यमों ने किया।

अमरीका के लष्करी दायरे के विद्यमान तथा पूर्व अधिकारियों ने ‘मार्शल लॉ’ का विकल्प स्पष्ट शब्दों में खारिज़ कर दिया होने की बात ‘न्यूजवीक’ की ख़बर में कही गयी है। चुनावों के नतीजों को लेकर ‘मार्शल लॉ’ लागू करने का किसी भी प्रकार का प्रावधान अमरीका के संविधान में नहीं है, इसका भी एहसास कराया जा रहा है। लेकिन उसी समय, हाल में चल रही कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर अमरीका में ‘इमर्जन्सी’ लागू होकर, उसके तहत राष्ट्राध्यक्ष के पास होनेवाले अधिकारों पर भी ग़ौर फ़रमाया जा रहा है। यदि ट्रम्प के समर्थकों द्वारा राजधानी वॉशिंग्टन तथा अन्य भागों में गड़बड़ी मचाने की कोशिश की गयी, तो उसके आधार पर ‘मार्शल लॉ’ लागू करने की गतिविधियाँ हो सकतीं हैं, ऐसी संभावना भी पूर्व अधिकारी तथा सूत्रों द्वारा जतायी गई है।

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