जम्मू-कश्‍मीर के मुद्दे पर भारत ने लगाई चीन को फटकार

नई दिल्ली – कोरोना वायरस पूरे विश्‍व में कोहराम मचा रहा है, ऐसे में भी भारत पर हावी होने के लिए प्राप्त एक भी अवसर छोड़ने के लिए चीन तैयार नहीं है। जम्मू-कश्‍मीर में बनी स्थिति पर चीन नज़र रखकर है, यह बयान संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त चीन के राजदूत ने किया था। लेकिन, जम्मू-कश्‍मीर भारत का अभिन्न अंग है और वहाँ की गतिविधियाँ भारत का अंदरुनी मसला बनता है, यह कहकर भारत ने चीन को फटकार लगाई है।

कुछ दिन पहले ही भारत सरकार ने जम्मू-कश्‍मीर से संबंधित कुछ अहम फैसलों का ऐलान किया था। इसके अनुसार जम्मू-कश्‍मीर में लंबे समय से वास्तव्य कर रहे नागरिकों को वहाँ पर जायदाद की खरीद करने का एवं सरकारी नौकरी का अवसर पाने का प्रावधान किया गया है। भारत के इस निर्णय पर पाकिस्तान ने फिजूल बयानबाज़ी की थी। संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में चीन यही मुद्दा उठाएँ, यह निवेदन पाकिस्तान ने किया था।

पाकिस्तान ने रखी यह माँग चीन ने ठुकराई होने की खबरें सामने आयीं थीं। फिर भी पकिस्तान ने रखी माँग की हमनें दखल ली है, यही दिखाने की कोशिश चीन कर रहा है। इसी कारण, जम्मू-कश्‍मीर में जारी गतिविधियों पर अपनी नजर है, यह बयान संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त चीन के राजदूत किया है। साथ ही, कश्‍मीर का मुद्दा सुरक्षा परिषद के लिए अहम रहेगा, यह वादा भी चीन के राजदूत ने पाकिस्तान से किया है। जम्मू-कश्‍मीर के मुद्दे पर ऐसे उकसानेवाले बयान कर रहे चीन को भारत ने अच्छी फटकार लगाई है। जम्मू-कश्‍मीर यह भारत का अभिन्न अंग है और वहाँ की गतिविधियाँ भारत का अंदरूनी मसला बनता है। इसकी याद भी भारत ने चीन को दिलाई। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यह स्पष्ट किया है कि ‘भारत की सार्वभौमता का चीन सम्मान करें, यही उम्मीद है।’ जम्मू-कश्‍मीर को, पाकिस्तान से निर्यात हो रहे आंतकवाद का सामना करना पड रहा है। इस पर ग़ौर करके चीन, सीमा के उस पार से निर्यात हो रहे आतंकवाद का कडें शब्दों में निषेध करें, यह माँग भी श्रीवास्तव ने रखी। जम्मू-कश्‍मीर में जारी गतिविधियों पर नज़र रखने के बजाय, सीमा के उस ओर से हो रही आतंकवाद की निर्यात पर चीन अधिक ध्यान केंद्रित करें, ऐसी फटकार भी भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने लगाई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.