कोरोनावायरस के विरोध में भारत-जापान सहयोग अहम साबित होगा – भारत के प्रधानमंत्री ने जताया विश्‍वास

नई दिल्ली – कोरोना वायरस की महामारी खत्म होने के बाद, दुनिया को इस महामारी के भीषण असर से बाहर निकालने के लिए भारत और जापान का धोरणात्मक सहयोग एवं जागतिक भागीदारी काफी उपयोगी साबित होगी, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया है। जापान के प्रधानमंत्री एबे शिंजो के साथ फोन के जरिए की हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह विश्‍वास व्यक्त किया। प्रधानमंत्री एबे के साथ की हुई इस बातचीत की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए साझा की है।

कोरोना वायरस की महामारी खत्म होने के बाद इसके असर से दुनिया को बाहर निकलने के लिए भारत और जापान के बीच बना सहयोग एवं जागतिक भागीदारी, नए तकनीक के विकास के लिए उपयुक्त साबित होगी। साथ ही, पुरे विश्‍व को इसका लाभ प्राप्त होगा, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान व्यक्त किया। इसी बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और एबे ने, कोरोना की महामारी के कारण दुनिया के सामने खडी हुई चुनौतियाँ, उसके लिए आवश्‍यक उपाय एवं जागतिक और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की। इस महामारी की फटकार से अपने देश की जनता को सुरक्षित रखने के लिए दोनों देशों ने कीं कोशिशों की भी दोनों नेताओं ने इस दौरान सराहना की।

जापान ने इस महामारी के कारण खडे हुए संकट को परास्त करने के लिए ९९० अरब डॉलर्स का पैकेज घोषित किया है। इसके अलावा, चीन से बाहर निकल रही कंपनियों के लिए प्रधानमंत्री एबे की सरकार ने २.२ अरब डॉलर्स की आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है। इसी दौरान, जापान के नियंत्रण में होनेवाली ‘एशियन डेव्हलपमेंट बैंक’ ने कोरोना वायरस की महामारी का मुकाबला करने के लिए भारत को करीबन २.२ अरब डॉलर्स की सहायता प्रदान करने का ऐलान किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.