हालही का ईरान हिटलर के नाझी जर्मनी जैसा – इस्राइल के प्रधानमंत्री की टीका

जेरूसलम: हिटलर के नेतृत्व का जर्मनी और हालही का ईरान इसमें बहुत समानता है। हिटलर के जर्मनी जैसे ईरान की सल्तनत भी ज्यू धर्मियों का संहार करने के लिए वचनबद्ध है, ऐसा कहकर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने फिर एक बार ईरान पर कड़ी आलोचना की है। ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अयातुल्ला खामेनी मतलब खाड़ी क्षेत्र में उदय हो रहा नया हिटलर है, यह बात सऊदी अरेबिया के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कही थी। उस का दाखिला देते हुए इस्राइल के प्रधानमंत्री ने इन आरोपों का समर्थन किया है।

अमरिका के वॉशिंगटन में ‘ब्रूकिंग्स इंस्टिट्यूट’ इस प्रख्यात अभ्यास गटने आयोजित किए सबान परिषद मे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा संबोधित करते हुए नेत्यान्याहू ने ईरान पर जमके टीका की है। हिटलर की जर्मनी और हालही का ईरान इस में समानता है। दोनों सल्तनत ने अपने देशों में आतंक निर्माण किया है। तथा दोनों सल्तनत ज्यू धर्मियों के विनाश के लिए वचनबद्ध हैं, ऐसा इस्राइली प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने कहा है।

हिटलर

दूसरे महायुद्ध के पहले ब्रिटन के कुछ नेताओं ने हिटलर खतरनाक नहीं है ऐसा कहा था। अब इराक और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनी यह भी खतरनाक न होने का दावा यूरोप के कुछ नेता कर रहे हैं। ऐसा कहकर नेत्यान्याहू ने यूरोपीय देशों के ईरान विषयक भूमिका पर टीका की है। पर जल्द ही ईरान में जुल्मी सल्तनत नियंत्रित होगी, ऐसा विश्वास भी इस्राइली प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया है। ईरान में आयतुल्लाह खामेनी की सल्तनत नियंत्रण में आने के बाद ईरान की जनता रास्ते पर उतर कर खुशियां मनाएंगी। उस समय ईरान से सहयोग प्रस्थापित करने के लिए इस्राइल सबसे आगे होगा, ऐसा कहकर इस्राइल का विवाद ईरान के सल्तनत से है, जनता से नहीं ऐसा नेत्यान्याहू ने स्पष्ट किया है।

ईरान यह प्रगत महासत्ता होकर इराक किसी का भी द्वेष नहीं कर रहा अथवा किसी के अधिकारों पर अतिक्रमण नहीं कर रहा, ऐसा दावा ईरान के विदेश मंत्री ने कुछ दिनों पहले किया था। इस पर इस्राइली प्रधानमंत्री ने आक्षेप लिया है। ईरान के रास्ते पर अमानुष कारवाई का सामना करने वाले विद्यार्थी एवं पत्रकारों के सामने झरिफ ईरान किसी का भी द्वेष न करने की बात कहें अथवा सीरिया के संघर्ष में ईरान के छुपे गटो से ढेर होने वाले हजारों लोगों के सामने ईरान किसी के भी अधिकारों पर अतिक्रमण नहीं कर रहा है, ऐसा घोषित करें, ऐसी टिप्पणी नेत्यान्याहू ने की है।

हिटलर

साथ ही ईरान को परमाणु सज्ज नहीं होने देंगे। सीरिया में अपनी मजबूत पकड़ नहीं होने देंगे, ऐसी बात नेत्यान्याहू ने उस समय कही है। ईरान का परमाणु करार रोकने के लिए अमरिका के ट्रम्प प्रशासन से शुरू होने वाले प्रयत्नों की इस्राइल प्रधानमंत्री ने प्रशंसा की है। साथ ही फिलहाल अरब देशों के साथ इस्राइल के गोपनीय रुप से सहयोग शुरू है। पर आने वाले ४० से १०० वर्षों में इस्राइल स्पष्ट तौर पर अपने अरब पड़ोसी देशों के साथ सहयोग प्रस्थापित करेगा, ऐसा दावा भी इस्राइली प्रधानमंत्री ने किया है।

दौरान अमरिका में इस परिषद में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनके वरिष्ठ सलाहकार एवं जमाई जारेड कश्नर, भी शामिल हुए थे। कश्नर इन पर इस्राइल-पैलेस्टाइन में शांति चर्चा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस शांति चर्चा से ईरान और कट्टरवाद का खतरा टाला जा सकता है, ऐसा कश्नर ने कहा है।

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