चीन की सोने के निवेश में बड़ी बढ़ोत्तरी

पिछले वर्ष की तुलना में ५७ प्रतिशत से सोने की खरीदारी बढ़ गई

बीजिंग: चीन में सोने की माँग में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ५७ प्रतिशत से बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले तीन महीनों में दुनिया में सोने की माँग में हुई कमी को देखा जाए, चीनी जनता का सोने में बढ़ता निवेश ध्यान आकर्षित करनेवाला है। इसके पहले जर्मनी और तुर्की की जनता ने सोने की खरीदारी और निवेश में बढ़ोत्तरी की थी। वैश्विक स्तरपर अस्थिरता की वजह से ही इन देशों ने सोने में निवेश बढाया है, यह बात सामने आई है।

निवेश

‘वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल’ ने दी जानकारी के अनुसार चीन में सोने के सिक्के और ईटों में निवेश पिछले वर्ष की तुलना में लगभग ५७ प्रतिशत से बढ़ गया है। चीन में सोने के गहनों की खरीदारी १३ प्रतिशत से बढ़ गई है। हॉंगकॉंग के सोने के प्रमुख व्यापारियों ने अपनी बिक्री में पिछले छः महीनों की अवधि में करीब ४६ प्रतिशत से बढ़ोत्तरी होने की बात कही है। अन्य चीजों की तुलना में सोने के मूल्य स्थिर हैं, इस वजह से सोने की खरीदारी में बढ़ोत्तरी हुई होगी, ऐसा दावा चीनी विश्लेषक ने किया है। चीन में सोने की माँग बढ़ रही है, ऐसे में चीन के मध्यवर्ती बैंक ने अपने सोने के भंडार में बड़ी बढ़ोत्तरी करने की बात भी सामने आई है। सन २०१६ के अंत में चीन के मध्यवर्ती बैंक के भंडार में १२,१०० टन सोना था, यह खबर चीनी वृत्तसंस्था ने दी है।

दौरान, जर्मनी और तुर्की इन देशों में भी सोने में होने वाले निवेश में १० प्रतिशत से अधिक बढ़ोत्तरी होने की बात सामने आई थी। जर्मन जनता निवेश के लिए उत्तम और भरोसेमंद विकल्प के तौर पर सोने का चुनाव करती है। तुर्की के मध्यवर्ती बैंक ने सोने में निवेश का प्रमाण बढ़ा दिया है। साथ ही तुर्की जनता ने भी सोने में निवेश बढाने की बात सामने आई थी। वैश्विक स्तरपर सोने की माँग कम हुई है, ऐसे में जर्मनी, तुर्की और चीन इन देशों में सोने की माँग बढ़ रही है, इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर अस्थिरता कारण है, ऐसे दावे किए जा रहे हैं।

रशियन कंपनी चीन में सोने के व्यवहार दो गुना बढ़ाएगी

मॉस्को: सोने का व्यवहार करने वाली रशिया की सबसे बड़ी कंपनी ‘वीबीटी कैपिटल’ ने चीन में अपने सोने के व्यवहार दो गुना बढ़ने की घोषणा की है। सन २०१६ में ‘वीबीटी कैपिटल’ ने चीन में करीब ६.२ टन सोने के व्यवहार किए थे। सन २०१७ के आखिर तक यह प्रमाण ९ टन के ऊपर जाएगा, ऐसा विश्वास इस कंपनी ने व्यक्त किया है। सन २०१८ में यह कारोबार करीब २० टन पर ले जाने का लक्ष्य ‘वीबीटी कैपिटल’ ने सामने रखा है।

चीन के साथ सभी एशियाई बाजारों में अपनी व्याप्ति बढाने की तैयारी ‘वीबीटी कैपिटल’ ने करने की जानकारी इस कंपनी के अधिकारीयों ने दी है। इस कंपनी ने चीन के साथ एशियाई बाजार पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है, क्योंकि सन २०१४ के बाद इस रशियन कंपनी को यूरोप से मिलने वाली प्रतिक्रिया घट गई थी। इसी दौरान युक्रेन के साथ रशिया का लष्करी संघर्ष शिखर तक पहुंचा था। इस राजनीतिक विवाद का नुकसान इस रशियन कंपनी को उठाना पड़ा था।

इसीलिए इस कंपनी ने अब चीन के सोने के बाजार की तरफ ध्यान केन्द्रित किया है। चीन वैश्विक स्तरपर सोने का बड़ा खरीदार देश बन गया है, कुछ महीनों पहले ही सोने की खरीदारी में प्रमुख देश भारत को चीन ने पीछे छोड़ दिया है।

 

 

सोने के मूल्य बहुत बड़े पैमाने पर बढ़ेंगे- कनाडा के उद्योजक की भविष्यवाणी

सॅन फ्रांसिस्को: अस्थिर आर्थिक वातावरण में दुनिया भर के निवेशक भरोसेमंद विकल्प की खोज में हैं। अनिश्चितता की वजह से शेअर बाजार और रिअल एस्टेट के निवेश से बड़ा लाभ मिलने की संभावना नहीं है। इसीलिए आने वाले समय में सोने के निवेश में बड़ी बढ़ोत्तरी होगी, ऐसा विश्लेषण ‘मैकएव्हेन मायनिंग’ के सीईओ रॉब मैकएव्हेन ने किया है।

इन दिनों सोने का मूल्य १२९७ डॉलर्स प्रति औंस है। लेकिन आने वाले समय में सोने में निवेश की त्सुनामी आने वाली है, ऐसा दावा करके मैकएव्हेन ने इस वजह से सोने के मूल्य चार गुना बढ़ेंगे , ऐसी भविष्यवाणी की है। रॉब मैकएव्हेन सोने के निवेश का समर्थन करने वाले हैं और सन २०१६ में उनकी संपत्ति में बड़ी बढ़ोत्तरी दर्ज हुई थी। उन्होंने किए दावे के अनुसार सोने का मूल्य बढेगा, ऐसा अन्य विश्लेषकों को नहीं लगता, फिर भी सन २०२० तक सोने का मूल्य १४०० डॉलर्स प्रति औंस तक पहुंचेगा, ऐसा कुछ विशेषज्ञोंका कहना है।

लेकिन वैश्विक स्तरपर अस्थिरता पैदा करने वाली एखाद बड़ी घटना घटी, तो सोने के निवेश में अचानक बढ़ोत्तरी होगी और सोने का मूल्य बहुत बढ़ जाएगा, ऐसा भी जानकार मानते हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.