लेबनॉन में लौटे हरिरी का इस्तीफा ‘होल्ड’ पर

बैरूत: दो हफ़्तों पहले सऊदी अरेबिया से अपना इस्तीफा घोषित करने वाले साद हरिरी मंगलवार देर रात लेबनॉन में दाखिल हुए। उन्होंने अपना इस्तीफा रोकके रखा है, लेबनॉन की सरकार के अन्य समूहों के साथ बातचीत करने के बाद इस विषय में फैसला करेंगे, ऐसा हरिरी ने घोषित किया है। इसके पहले इस्तीफा देते समय हरिरी ने लेबनॉन में ईरान के बढ़ते हस्तक्षेप पर और हिजबुल्लाह पर टीका की थी।

इस्तीफा

लेबनॉन ७४ वां स्वतंत्रता दिन मना रहा है, इसके लिए खुदके लेबनॉन में वापस लौटने की घोषणा प्रधानमंत्री हरिरी ने चार दिन पहले की थी। उसके अनुसार प्रधानमंत्री हरिरी मंगलवार देर रात कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में राजधानी बैरूत में दाखिल हुए। इस के बाद हरिरी ने राष्ट्राध्यक्ष ‘मिशेल एओन’ से मुलाकात करके अपने प्रधानमंत्री पद का इस्तीफा सौंपा। लेकिन राष्ट्राधयक्ष एओन ने हरिरी का इस्तीफा ‘होल्ड’ पर रखा है।

प्रधानमंत्री पद का इस्तीफा देने से पहले लेबनॉन की लीड सरकार की पार्टियों के साथ चर्चा करने का राष्ट्राध्यक्ष एओन ने हरिरी को सुझाव दिया। साथ ही अपने इस्तीफे के पीछे के कारण के बारे में सहकारी पार्टियों के साथ चर्चा करके, उसके आगे के राजनीतिक घटनाक्रम के विषय में विचार करें, ऐसा लेबनीज राष्ट्राध्यक्ष ने सुझाव देने की बात प्रधानमंत्री हरिरी ने कही है।

बुधवार को लेबनॉन के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित किए गए लष्करी संचालन के बाद, हरिरी अपने सहकारियों के साथ चर्चा करने की संभावना है। उसके बाद वह इसके आगे का निर्णय घोषित कर सकते हैं। प्रधानमंत्री साद हरिरी के ‘फ्यूचर मूवमेंट पार्टी’ ने अपने समर्थकों को शक्तिप्रदर्शन के लिए बुधवार दोपहर को एक होकर आने का आवाहन किया है। हरिरी का यह शक्तिप्रदर्शन राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है।

दो हफ़्तों पहले, ४ नवम्बर को प्रधानमंत्री हरिरी ने सऊदी अरेबिया का दौरा किया था। इस दौरे में ही हरिरी ने सीधा प्रसारण द्वारा अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। लेबनॉन की राजनीति में ईरान और ईरान समर्थक हिजबुल्लाह हस्तक्षेप करने का आरोप हरिरी ने किया था। लेबनॉन साथ ही खाड़ी की अस्थिरता के लिए ईरान जिम्मेदार होने का आरोप हरिरी ने किया था।

हरिरी के इन आरोपों पर आश्चर्य व्यक्त करके लेबनीज राष्ट्राध्यक्ष एओन ने हरिरी का इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे, ऐसा कहा था। साथ ही सऊदी अरेबिया ने दबाव डालकर हरिरी का इस्तीफा लेने का आरोप एओन ने किया था। सऊदी हरिरी और उनके परिवार का अपहरण करके, लेबनॉन में अस्थैर्य निर्माण करके युद्ध के लिए उकसा रहा है, ऐसा आरोप भी एओन ने लगाया था।

राष्ट्राध्यक्ष एओन ने किए यह आरोप सऊदी ने ख़ारिज किए थे। साथ ही हरिरी कभी सऊदी छोड़ सकते हैं, इस बात को सऊदी ने स्पष्ट किया था। हरिरी ने भी एक न्यूज़ चैनल को कहा था की उनपर सऊदी में कोई भी बंधन नहीं है। दौरान, सऊदी छोड़ने के बाद पांचवे दिन लेबनॉन में लौटे हरिरी आनेवाले कुछ घंटों में क्या घोषणा करते हैं, इस बात की तरफ दुनिया भर की मीडिया ध्यान दे रही है।

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