सोने को मुद्रा में लानेवाला ‘ग्लिंट’ ऍप’ यूरोप में दाखिल

लंद्न: सोने का वापस मुद्रा में इस्तेमाल करने का विकल्प उपलब्ध कराके देने वाला ‘ग्लिंट’ नाम का ऍप ब्रि्टन में शुरू हुआ है। ‘ग्लिंट’ इस कंपनी ने मास्टर कार्ड और ‘लोइड्स बैंकिंग ग्रुप’ की सहायता से यह नई व्यवस्था शुरू की है। इसके द्वारा सोने का इस्तेमाल करके व्यवहार किया जा सकता है। कुछ ग्राम तक अथवा उससे भी मात्रा में सोने का इस्तेमाल करने की आजादी ‘ग्लिंट’ ऍप द्वारा ग्राहकों को मिलने वाली है। सोने का मुद्रा के तौर पर शुरू हुआ यह इस्तेमाल मतलब ‘बिटकॉइन’ जैसे क्रिप्टोकरेंसी के सामने बहुत बड़ी चुनौती है, ऐसा दावा जानकार कर रहे हैं।

‘वैश्विक व्यवहार के इतिहास में सोना ही सबसे पुराना मुद्रा का माध्यम था। कागज के नोट व्यवहार से बाहर निकाले जा सकते हैं। लेकिन सोने के मामले में यह कदापि संभव नहीं है। क्योंकि सोने की विश्वासार्हता, स्वीकृति और संपत्ति के माध्यम के तौर पर सोने को दूसरा विकल्प नहीं हो सकता’, ऐसा कहकर ग्लिंट के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी और सह संपादक ‘जेसन कोझेन’ ने अपने नए ऍप का समर्थन किया है।

पिछले कुछ वर्षों से वैश्विक अर्थकारण में हो रही अधोगति और कुछ बड़े बैंक असफल हो रहे हैं, यह दृश्य पूरी दुनिया देख रही है। इस वजह से इस तरह के व्यवहार खतरे से खाली नहीं रहे हैं, इसका एहसास आम लोगों को हुआ है, इस बात की तरफ ‘जेसन कोझेन’ ने ध्यान आकर्षित किया है। इस वजह से अपने पैसे का मूल्य स्थिर नहीं रहने वाला, इसका एहसास जनता को हुआ है। इस वजह से सोने की तरफ जनता आकर्षित हो रही है, ऐसा दावा कोझेन ने किया है।

वर्तमान में सोने का बाजार आठ ट्रिलियन डॉलर्स है। लेकिन आने वाले समय में इसमें बढ़ोत्तरी हो सकती है, ऐसा कोझेन ने भरोसा जताया है। इसीके साथ ही अपने ग्लिंट ऍप को भारत और जर्मनी में बड़ी प्रतिक्रिया मिलेगी, ऐसा भी जेसन कोझेन ने कहा है। दौरान, ‘लोइड्स बैंकिंग ग्रुप’ यह ब्रिटन की एक प्रमुख है और इस बैंक ने ग्लिंट इस प्रकल्प में सहभागी लिया है और अमरिकन कंपनी ‘मास्टरकार्ड’ भी इस में शामिल है। इसीके साथ ही जापान की सबसे बड़ी एक्सचेंज ‘टोकियो कमोडिटी एक्सचेंज’ व सूचना प्रद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनी ‘एनईसी कैपिटल सोल्यूशन्स’ ने ‘ग्लिंट’ ऍप के निर्माण को मदद की है।

बिटकॉइन के दर कुछ दिनों पहले सात हजार डॉलर्स पर जाने के बाद इस क्रिप्टोकरेंसी ने पूरी दुनिया का ध्यान खिंच लिया था। लेकिन ग्लिंट ऍप द्वारा सोने का फिर से मुद्रा के लिए इस्तेमाल करने का विकल्प सामने आने के बाद यह बात बिटकॉइन जैसी मुद्रा के लिए चुनौती साबित हो सकती है, ऐसा मत कुछ जानकार व्यक्त कर रहे हैं।

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