‘सिंधु जल समझौते’ को लेकर पाकिस्तान की भारत को धमकी

नई दिल्ली/इस्लामाबाद, दि. २७ (पीटीआय)- पाकिस्तान ने हमेशा भारत में आतंकवाद की निर्यात करने की नीति अपनायी है| इसी कारण भारत ने ‘सिंधु जल समझौते’ पर पुनर्विचार शुरू किया है| इससे डरे हुए पाकिस्तान ने भारत को धमकी देना शुरू किया है| भारत ने यह समझौता रद कर दिया, तो वह जंग की घोषणा मानी जायेगी, ऐसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अझिज ने कहा है| साथ ही, इसके खिलाफ़ संयुक्त राष्ट्र में जाने की धमकी भी अझिज ने दी| इसी दौरान भारत ने पाकिस्तान को दिया हुआ ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ दर्जा रद करने की तैय्यारी शुरू की होने की ख़बर है|

‘सिंधु जल समझौते’भारत के प्रधानमंत्री ने सोमवार को, ‘सिंधु जल समझौते’ पर पुनर्विचार करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया था| भारत ने यह करार रद करके पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए, ऐसी माँग सामरिक विशेषज्ञ, राजनयिक और सेना के पूर्व अधिकारी कर रहे है| भारत के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग न करनेवाले पाकिस्तान को, उसकी असली जगह दिखाने का यह उत्तम मार्ग है, ऐसा जानकारों का कहना है| भारत में इसपर चर्चा शुरू है और उसी समय अपेक्षा के अनुसार ही पाकिस्तान से प्रतिक्रिया आयी है| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अझिज ने, ‘भारत ने यह समझौता रद किया, तो वह जंग का ऐलान अथवा पाकिस्तान के खिलाफ़ कार्रवाई मानी जायेगी’ यह दावा किया|

भारत ने पाकिस्तान का पानी रोक दिया, तो उस्सके खिलाफ़ आंतर्राष्ट्रीय न्यायालय और संयुक्त राष्ट्रसंघ में जाने की तैयारी पाकिस्तान ने रखी है, ऐसे अझिज ने कहा| आंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार भारत यह समझौता रद नही कर सकता, ऐसा दावा भी अझिज ने किया| भारत की यह कार्रवाई पाकिस्तान के लिए घातक साबित होगी और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इससे बिखर सकती है, ऐसी चिंता अझिज ने जतायी| कारगिल की जंग के दौरान भी भारत ने इस समझौते का उल्लंघन नहीं किया था, इसकी याद भी अझिज ने कराके दी|

sartaj-aziपाकिस्तान के चरमपंथीय इसके खिलाफ़ तीव्र मतप्रदर्शन कर रहे होकर, भारत ने पाकिस्तान का जल रोक दिया, तो हमारे प्रक्षेपास्त्र भारत पर आ धमकेंगे, ऐसी धमकी देने लगे हैं| इस दौरान, भारत ने पाकिस्तान को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा दिया था, लेकिन पाकिस्तान ने भारत को इस प्रकार की कोई छूट नहीं दी है; इसलिए भारत से मिल रही व्यापारी छूट लेते रहनेवाले इस देश को दिया दर्जा पीछे लेने की माँग हो रही है| इसपर भी सरकार गंभीर रूप से विचार कर रही है, ऐसी खबर है|

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