विध्वंसक विरोधी ‘सुपरसोनिक ब्रह्मोस’ का सफल परीक्षण

नई दिल्ली – भारत की ‘रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन’ (डीआरडीओ) ने ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल के अलग अलग आवृत्ति का लगातार परीक्षण करना शुरू किया हैं। मंगलवार के दिन अंडमान-निकोबार द्विप के समुद्री क्षेत्र में सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया गया। ‘आयएनएस रणविजय’ नामक युद्धपोत से प्रक्षेपित किए विध्वंसक विरोधी इस मिसाइल ने बंगाल कीखाड़ी में निर्धारित लक्ष्य को सटिकता के साथ निशाना किया। एक हफ्ता पहले ‘डीआरडीओ’ ने इसी द्विप समुह पर थलसेना के लिए तैयार किए ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल का परीक्षण किया था।

मंगलवार की सुबह करीबन ९.२५ बजे आज ‘ब्रह्मोस’ का परीक्षण किया गया। करीबन ३०० किलोमीटर मारक क्षमता की इस सुपरसोनिक मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य के तौर पर तैनात किए विध्वंसक को सटिकता के साथ निशाना करके डुबाया। बीते महीने से भारतीय नौसेना ने ‘ब्रह्मोस’ के विध्वंसक विरोधी मिसाइल का किया यह दुसरां परीक्षण हैं। इससे पहले अरब सागर में विध्वंसक विरोधी ‘ब्रह्मोस’ के प्रगत आवृत्ति के मिसाइल का परीक्षण किया गयाथा।

लद्दाख की ‘एलएसी’ पर चीन के साथ तनाव बढ़ने की और नियंत्रण रेखा पर जारी पाकिस्तान की हरकतों की पृष्ठभूमि पर भारत ने अपने मिसाइलों का परीक्षण करने का सिलसिला शुरू किया हैं। अंड़मान-निकोबार द्विप से ब्रह्मोस के तीन परीक्षण करने का कार्यक्रम तय किया गया थाऔर इनमें में थलसेना और नौसेना के लिए तैयार किए ‘मिसाइल’ का परीक्षण किया गया हैं। इसके बाद अगले सप्ताह में वायुसेना के लिए तैयार किए गए ‘ब्रह्मोस’ की आवृत्ति का परीक्षण होगा।

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