अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए ट्रम्प ने अपनाई ‘रिमेन इन मेक्सिको’ की नीति दोबारा लागू करें – अमरिकी उच्चतम अदालत का बायडेन प्रशासन को झटका

वॉशिंग्टन – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की नीति खारिज करने पर बायडेन प्रशासन को अमरीका की उच्चतम अदालत ने झटका दिया है। ट्रम्प ने देश में घुसपैठ कर रहे अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति अपनाई थी। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन यही नीति दोबारा लागू करें, ऐसे आदेश अमरीका की उच्चतम न्यायालय ने दिए हैं। सत्ता संभालने के बाद कुछ ही दिनों में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति को खारिज़ करके अवैध शरणार्थियों के लिए अमरीका की सरहदें खोल दी थीं।

‘रिमेन इन मेक्सिको’उच्चतम अदालत ने छह अनुपात तीन वोट से बायडेन प्रशासन के खिलाफ निर्णय किया। ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति खारिज़ करते समय बायडेन प्रशासन ने केंद्रीय नियमों का भंग किया है। नीति रद करने का निर्णय मनमानी और लहरी दिखाई दे रहा है, ऐसी फटकार भी अमरीका के उच्चतम न्यायालय ने लगाई है। मात्र एक हफ्ते में ‘रिमेन इन मेक्सिको पॉलिसी’ के मुद्दे पर अदालत ने बायडेन प्रशासन को फटकार लगाने का यह तीसरा अवसर है। उच्चतम न्यायालय से पहले टेक्सास प्रांत की अदालत ने एवं न्यू ऑर्लिन्स की ‘फिफ्थ यूएस सर्किट अपील’ अदालत ने भी बायडेन प्रशासन का निर्णय गलत होने की फटकार लगाई थी।

कुछ दिन पहले ही अमरीका में प्रवेश कर रहे शरणार्थियों के बढ़ते झुड़ों की पृष्ठभूमि पर बायडेन प्रशासन को ‘टाइटल ४२’ नामक प्रावधान का कार्यान्वयन करना पड़ा था। अवैध शरणार्थियों को सीधे देश के बाहर खदेड़ने का प्रावधान पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया था। इस महीने के शुरू में बायडेन प्रशासन ने इसकी निर्धारित समय सीमा बढ़ाकर कार्यान्वयन भी शुरू किया था। इसके बाद अब ‘रिमेन इन मेक्सिको’ भी लागू करना पड़ेगा, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इस बात से ट्रम्प ने अपनाई हुई नीति उचित थी, इस पर मुहर लगानेवाली साबित हो रही है, ऐसा दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरीका पहुँचे एवं घुसपैठ कर रहे शरणार्थियों के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई थी। मेक्सिको, की सीमा से घुसपैठ कर रहे शरणार्थियों को रोकने के लिए ‘मेक्सिको वॉल’ का निर्माण करने के साथ ही ‘रिमेन इन मेक्सिको’ जैसी नीति भी अपनाई थी। इसमें मेक्सिको से अमरीका पहुँच रहे शरणार्थियों को प्राथमिक कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक मेक्सिको में ही रखने के प्रावधान का समावेश था।

इस वजह से अवैध मार्ग से अमरीका पहुँचने की मंशा रखनेवाले हज़ारों शरणार्थी मेक्सिको में ही फंसे पड़े थे। इन शरणार्थियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मेक्सिको की सरकार भी मज़बूर थी। ट्रम्प के निर्णय की वजह से सीमा से घुसपैठ करनेवाले शरणार्थियों की संख्या में बड़ी गिरावट देखी गई थी। लेकिन, बायडेन ने ज़िम्मा संभालने के बाद एक के बाद एक अवैध शरणार्थियों को खुली छूट देनेवाले निर्णय करना शुरू किया था। ट्रम्प की शरणार्थियों से संबंधित नीति अमरीका को कालिख पोछनेवाली थी, यह आरोप भी बायडेन ने लगाया था।

इसी बीच, जुलाई में मेक्सिको की सीमा से अमरीका में घुसपैठ कर रहे शरणार्थियों की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी देखी गई है। अमरिकी यंत्रणाओं ने मेक्सिको की सीमा से घुसपैठ करनेवाले २ लाख १२ हज़ार ६७२ शरणार्थियों को हिरासत में लेने की जानकारी साझा की है। यह बीते २१ वर्षों का नया कीर्तिमान है। अप्रैल २००० के बाद किसी भी एक महीने में २ लाख से अधिक शरणार्थियों ने घुसपैठ करने का यह पहला अवसर साबित हुआ है। इन बढ़ रहे झुंड़ों की वजह से अमरीका के ‘टेक्सास’ प्रांत के गवर्नर ने पहले ही ‘इमर्जन्सी’ का ऐलान किया है।

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