इथियोपिया के तिगरे प्रांत में इरिट्रिया की सेना ने प्रवेश किया है – अमरीका और यूरोपिय महासंघ का इशारा

आदिस अबाबा/अस्मारा – इथियोपिया के संघर्ष से ग्रस्त तिगरे प्रांत में इरिट्रिया की सेना ने फिर से प्रवेश किया है, यह इशारा अमरीका और यूरोपिय महासंघ ने दिया। तिगरे में बीते महीनों से अधिक समय से संघर्ष जारी है। जून में तिगरे के स्थानीय हथियारबंद गुट ने इथियोपिया की सेना को राजधानी मेकेले से बाहर खदेड़ने में सफलता प्राप्त की थी। इसके बाद इथियोपिया ने युद्धविराम का ऐलान किया था और विदेशी सेना बाहर निकल जाने की जानकारी भी साझा की थी। लेकिन, इरिट्रिया की सेना फिर से दाखिल होने से अगले दिनों में तिगरे में संघर्ष का नया विस्फोट होने के संकेत प्राप्त हुए हैं।

इरिट्रिया की सेनाइथियोपिया के प्रधानमंत्री अबि अहमद ने सरकार के खिलाफ विद्रोह का कारण बताकर बीते वर्ष के नवंबर में तिगरे प्रांत पर हमला किया था। इस कार्रवाई के लिए उन्होंने पड़ोसी इरिट्रिया की भी सहायता प्राप्त की थी। कुछ महीनों के संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री अहमद ने तिगरे प्रांत पर कब्ज़ा करने का दावा किया था। लेकिन, उनका यह दावा खोखला होने की बात बीते कुछ महीनों के संघर्ष से सामने आयी है।

तिगरे के स्थानीय विद्रोही गुटों ने राजधानी मेकेले समेत प्रांत के अहम शहरों पर कब्ज़ा करने में सफलता पाई है। इथियोपिया के सैंकड़ों सैनिकों को युद्धबंदी के तौर पर हिरासत में लिया गया है। इसी बीच इरिट्रिया के सैनिकों को भी तिगरे प्रांत से बाहर खदेड़ा गया है। विद्रोही गुटों ने युद्धविराम करने से इन्कार किया है और तिगरे पर पूरा कब्ज़ा प्राप्त होने तक संघर्ष जारी रखने का इशारा दिया है। विद्रोहियों के कुछ दलों ने पड़ोस के अम्हारा प्रांत में भी प्रवेश किया है और कुछ क्षेत्र पर भी उन्होंने कब्ज़ा करने का दावा किया गया है। इसके खिलाफ अम्हारा के गुटों ने प्रत्युत्तर देने की शुरूआत की है।

इरिट्रिया की सेनाइस पृष्ठभूमि पर इरिट्रिया की सेना फिर से तिगरे समेत इथियोपिया के अन्य हिस्सों में दाखिल होना ध्यान आकर्षित करता है। कुछ दिन पहले इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबि अहमद ने तुर्की और इरिट्रिया की यात्रा की थी। इन दोनों यात्राओं के दौरान लष्करी सहयोग के समझौते होने के दावे सूत्रों ने किए हैं। इथियोपिया की सेना और इरिट्रिया में दाखिल हुए दल एक ही समय पर दोनों मोर्चों से तिगरे के गुटों को लक्ष्य करेंगे, ऐसा कहा जा रहा है।

अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने यह मुद्दा उठाया है और इरिट्रियन सेना की गतिविधियों पर तीव्र चिंता व्यक्त की है। अमरीका ने इरिट्रिया के सेनाप्रमुख समेत अन्य लष्करी अफ़सरों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान भी किया है। यूरोपिय महासंघ ने तिगरे के मुद्दे पर एक रपट में इरिट्रियन सेना की गतिविधियों का ज़िक्र किया है। इस रपट में इरिट्रियन सेना, तिगरे के दो शहरों में टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों के साथ दाखिल होने का इशारा दिया गया है। इस वजह से इथियोपिया के तिगरे क्षेत्र में फिर से बड़े संघर्ष का विस्फोट होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं, यह दावा विश्‍लेषकों ने किया है।

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