उत्तर कोरिया ने किया रेडियोधर्मी सुनामी निर्माण करनेवाले ड्रोन का परीक्षण – उत्तर कोरियाई वृत्तसंस्था की जानकारी

सेउल – अमरीका के बिल्कुल पूर्वीय शहरों तक हमला करने की क्षमता के अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल बेड़े में होने का दावा कर रहे उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को नया सनसनीखेज ऐलान किया। अमरीका और शत्रु देशों के तटीय इलाकों पर रेडियोधर्मी सुनामी टकराने की तैयारी हमने रखी होने का ऐलान उत्तर कोरियाई वृत्तसंस्था ने दिया। तानाशाह किम जाँग-उन की मौजुदगी में पानी के अंदर से छोड़े गए ड्रोन का परीक्षण करने की जानकारी इस वृत्तसंस्था ने साझा की है। परमाणु विस्फोटकों से हमला करने में सक्षम इन ड्रोन की वजह से शत्रु देश के तटीय इलाके पर रेडियोधर्मी सुनामी तबाही मचा सकती हैं, ऐसी चेतावनी उत्तर कोरिया ने दी है।

अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेना का ११ दिन चला ‘फ्रिडम शिल्ड’ युद्धाभ्यास गुरूवार को खत्म हुआ। इसके साथ ही इन दोनों देशों ने जून महीने में ‘लाईव फायर’ युद्धाभ्यास करने की जानकारी भी साझा की। इसे चौबीस घंटे होने के साथ ही उत्तर कोरिया की ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेन्सी’ ने नए परीक्षण का ऐलान किया। उत्तर कोरिया की सेना ने ‘हाईल’ नामक पानी के नीचे से धावा बोलने में सक्षम ड्रोन का परीक्षण किया। शत्रु के राड़ार को चकमा देने की क्षमता का हमारा यह ड्रोन परमाणु विस्फोटक वाहक होने की जानकारी उत्तर कोरिया ने साझा की है। इस वजह से शत्रु के तटीय इलाके के करीब पहुंचते ही बड़ी रेडियोधर्मी सुनामी उठती है, ऐसा दावा उत्तर कोरिया की वृत्तसंस्था ने किया है।

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने हाईल ड्रोन के २९ परीक्षण देखे हैं। गुरुवार को इस ड्रोन का आखिरी परीक्षण किया गया। हैमहंग और सिंफो इन दो तटीय शहरों के बीच में यह परीक्षण किया गया और हौंगवोन बे बंदरगाह के करीब इस ड्रोन का विस्फोट किया गया, ऐसा उत्तर कोरियाई वृत्तसंस्था ने कहा है। साल २०१२ से इस पर गुप्तता से काम शुरू था और पिछले दिसंबर महीने में यह ड्रोन सेना में शामिल करने का निर्णय हुआ, ऐसी जानकारी उत्तर कोरियाई वृत्तसंस्था ने प्रदान की है। इसके अलावा उत्तर कोरिया ने इस ड्रोन का अधिक ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन, अपने परमाणु विस्फोटकों का विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल करने पर उत्तर कोरिया काम कर रहा हैं, ऐसें गंभीर संकेत इससे प्राप्त हो रहे हैं, ऐसा पश्चिमी विश्लेषकों ने कहा हैं।

इसी बीच, उकसाने वाले मिसाइल परीक्षण करके इस क्षेत्र में तनाव निर्माण कर रहें उत्तर कोरिया को सबक सिखाएंगे, ऐसी चेतावनी दक्षिण कोरियाई राष्ट्राध्यक्ष युन सूक येओल ने कुछ दिन पहले ही दी थी। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरीका और जापान के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाएं हैं। इस पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया को धमकाने के लिए उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण करने का दावा दक्षिण कोरियाई माध्यम कर रहे हैं। वहीं, उत्तर कोरिया का ‘हाईल ड्रोन’ और रशिया का ‘पोसायडन ड्रोन’ एक समान होने का दावा ब्रिटीश माध्यम कर रहे हैं।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.