उत्तर कोरिया के मिसाइल नष्ट करने के लिए जापान ने बनाई ‘पैट्रियॉट डिफेन्स सिस्टम’ तैनात

टोकियो/प्योगैन्ग – उत्तर कोरिया द्वारा लगातार मिसाइल परीक्षणों की पृष्ठभूमि पर जापान ने ‘पैट्रियॉट डिफेन्स सिस्टम’ तैनात की है। जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमादा ने इसके आदेश देने का वृत्त जापानी माध्यमों ने जारी किया। कुछ  दिन पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने जल्द ही अंतरिक्ष में जासूसी के लिए ज़रूरी उपग्रह स्थाफीत करने का ऐलान किया था। लेकिन, उपग्रह स्थाफीत करने के बजाय बैलेस्टिक मिसाइलों के परीक्षण करने की बात स्पष्ट हुई थी।

मात्र १० दिन पहले उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी के बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। इस मिसाइल ने कुल १ हज़ार किलोमीटर की दूरी तय की थी। इस मिसाइल ने जापान की दिशा में उड़ान भरने के कारण जापान की सरकार ने होकायडो प्रांत की जनता को सुरक्षित स्थात पर स्थानांतरित किया था। उत्तर कोरिया का यह परीक्षण भड़काने वाला और इस क्षेत्र में तनाव बढ़ानेवाला है, ऐसी आलोचना जापान ने की थी। इस पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया के नए परीक्षण से पहले जापान के रक्षा मंत्री के आदेश ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

उत्तर कोरिया पिछले कुछ महीनों से लगातार मिसाइल परीक्षण जारी रखे हैं। इनमें अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों से छोटी दूरी के बैलेस्टिक मिसाइलों का समावेश है। इन मिसाइलों के परीक्षणों के दौरान नई-नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने के दावे उत्तर कोरिया कर रहा है। १३ अप्रैल के मिसाइल परीक्षण में भी घन-ईंधन का इस्तेमाल किया गया था, ऐसा उत्तर कोरिया ने कहा था। यह मिसाइल विस्फोटकों के साथ आसानी से उड़ान भर सकते हैं। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का सामना करने वाले उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम में की हुई यह प्रगति चौंकानेवाली है, ऐसा इशारा विशेषज्ञ एवं विश्लेषोकों ने दिया है।

इसकी वजह से उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन के उपग्रह परीक्षण के ऐलान करने के बाद जापान सतर्क होता दिख रहा है। उत्तर कोरिया पहली बार अंतरिक्ष में जासूसी के लिए उपग्रह स्थापित कर रहा है, यह कहा जा रहा है। इससे पहले वर्ष २०१२ और २०१६ में उत्तर कोरिया ने उपग्रह छोड़ने का बयान करके बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। इस बार वैसा ही हुआ तो तैयार रहने के लिए जापान ने अपने रक्षाबलों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं।

इसके अनुसार जापान के रक्षाबलों ने पैट्रियॉट डिफेन्स सिस्टम तैनात की है। साथ ही समुद्री क्षेत्र में तैनात विध्वंसकों को भी ‘एसएम-३ इंटरसेप्टर्स’ तैयार रखने के आदेश दिए हैं। ‘उत्तर कोरिया ने घातक बैलेस्टिक मिसाइल या अन्य कोई परीक्षण किया तो इसके विरोध में कार्रवाई करने के आदेश दिए जाने की संभावना है। इसकी वजह से रक्षाबलों को तैयार रहने की सूचना की गई हैं’, ऐसा जापान के रक्षा मंत्री हमादा ने स्पष्ट किया।

उत्तर कोरिया के १३ अप्रैल के परीक्षण के बाद उत्तर कोरियो की गतिविधियों पर जवाब देने की एवं किसी भी यकायक उभरनेवाली घटना का मुकाबला करने की तैयारी करें, ऐसे आदेश जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने दिए थे। इससे पहले उत्तर कोरिया एवं चीन के मिसाइल हमलों का खतरा रेखांकित करते हुए जापान सरकार द्वारा ‘बम शेल्टर्स’ का निर्माण करने की तैयारी शुरू करने की खबर भी प्रसिद्ध हुई थी।

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