प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की सभा के निकट हुए राकेट हमले के बाद इस्रायल ने की गाजा में हमास के ठिकानों पर कार्रवाई

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरअश्केलॉन: इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की सार्वजनिक सभा के निकट फिर से राकेट हमला हुआ है| प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू को सुरक्षा दलों ने इस हमले से सुरक्षित रखा| इस हमले के बाद इस्रायली सेना ने गाजा में हमास के ठिकानों को लक्ष्य किया| इसी बीच गाजा से हमलें जारी रहे तो इसके आगे गाजा के प्रमुख शहरों को ही लक्ष्य करने की चेतावनी इस्रायल ने जारी की है|

प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू बुधवार की रात अश्केलॉन की सभा को संबोधित कर रहे थे, तभी दक्षिणी गाजा से अश्केलॉन की दिशा में राकेट छोडा गया| इसके साथ ही सीमा पर लगाए सायरन ने खतरे का इशारा देकर अश्केलॉन की जनता को सतर्क की| इस से साथ ही आत्मरक्षा के लिए इस्रायली नागरिकों ने सुरक्षित बंकर्स की ओर दौड लगाई| इस दौरान व्यासपीठ पर सभा को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू को भी सुरक्षा दलों ने बंकर में रखा|

यह राकेट अश्केलॉन शहर में गिरने से पहले ही इस्रायली सेना ने आयर्न डोम की सहायता गिराया| पिछले कुछ हमीनों से इस आयर्न डोम यंत्रणा ने गाजा से हो रहे राकेट हमलें रोकने में कामयाबी हासिल की है| इस्रायली सुरक्षा यंत्रणा ने अगली जानकारी प्राप्त होते ही प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और उनके समर्थकों को बंकर्स से बाहर निकाला|

इसके बाद इस्रायली प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने गाजा स्थित आतंकियों को चेतावनी दी है| ‘इससे पहले इस्रायल पर राकेट हमला करनेवाले गाजा के आतंकियों को कुछ हफ्ते पहले ही हमने पुरी तरह से ठिकाने पर लगाया| इस बार हमला करनेवाले भी अपना सामान बटोरने की तैयारी रखे, यह धमकी नेत्यान्याहू ने दी है|

आगे गुरूवार की सुबह तक इस्रायली सेना ने गाजा के अलग अलग जगहों पर हमलें किए| इसमें हमास का प्रमुख लष्करी ठिकाने के साथ हथियारों का भंडार, पर्शिक्षण केंद्र भी तबाह होने की जानकारी इस्रायली सेना ने जारी की है| इस्रायल के लडाकू विमानों ने एवं हेलिकॉप्टर्स ने इस हमले की कार्रवाई की| इस दौरान किसी भी प्रकार से जान का नुकसान ना होने की बात इस्रायली सेना ने रखी है|

पिछले कुछ महीनों में इस्रायली प्रधानमंत्री सार्वजनिक ठिकाने पर होते समय गाजा से हुआ यह दुसरा राकेट हमला होने की बात साबित होती है| इससे पहले सितंबर महीने में प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू प्रचार मुहीम में व्यस्त थे, तभी यह राकेट हमलें हुए थे| इस्रायल के अश्केलॉन और अश्दोद इन दो शहरों को लक्ष्य करने के लिए यह रकेट हमलें किए गए थे| जवाब में इस्रायली सेना ने हमास और अश्दोद इन दो प्रमुख शहरों को लक्ष्य करने के लिए यह राकेट हमलें हो रहे थे| जवाबी कार्रवाई में इस्रायल ने हमास एवं इस्लामिक जिहाद के ठिकानों पर जोरदार हमला किया|

Leave a Reply

Your email address will not be published.